इंदौर आबकारी विभाग नशा मुक्ति हेतु सशक्त की ओर पहल स्कूलों व दुकानों के माध्यम से जनजागरण
राजेश धाकड़
इंदौर। कलेक्टर श्री आशीष सिंह एवं सहायक आबकारी आयुक्त श्री अभिषेक तिवारी के मार्गदर्शन में आबकारी विभाग, इंदौर द्वारा जिले में नशामुक्ति अभियान के अंतर्गत प्रभावशाली जनजागरण गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। अभियान का उद्देश्य समाज, विशेषकर युवाओं को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए उन्हें स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रेरित करना है।
173 मदिरा दुकानों पर लगे नशामुक्ति पोस्टर
जिले की सभी 173 कंपोजिट मदिरा दुकानों पर नशामुक्ति संबंधी पोस्टर प्रदर्शित किए गए हैं। इन पोस्टरों के माध्यम से आमजन को नशे की लत से होने वाले स्वास्थ्य, सामाजिक और मानसिक नुकसान तथा उससे बचाव के उपायों की जानकारी दी जा रही है।
विद्यालयों और महाविद्यालयों में चलाए जा रहे जनजागरूकता सत्र
विभाग के फील्ड स्टाफ द्वारा स्कूलों और कॉलेजों में जाकर विद्यार्थियों को नशे की बुराइयों से अवगत कराया जा रहा है। उन्हें “ना कहना सीखें”, स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, जैसे प्रेरक संदेशों के साथ संवेदनशील वार्ताएं की जा रही हैं। अभियान के अंतर्गत विभिन्न वृत्त प्रभारियों द्वारा निम्नानुसार कार्यक्रम आयोजित किए गए:
वृत्त मालवामिल (अ) प्रभारी उपनिरीक्षक महेश पटेल ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विजयनगर में पूर्व पार्षद जितेन्द्र बुंदेला की उपस्थिति में कक्षा 9 से 12 के छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी दी।
. वृत्त भोई मोहल्ला, मालवामिल (ब) और आंतरिक 01 के प्रभारियों मनमोहन शर्मा, सुनील मालवीय और आशीष जैन द्वारा ग्रीनलैंड विद्यालय विजयनगर व शासकीय विद्यालय दूधिया में जागरूकता सत्र आयोजित किए गए।
वृत्त पलासिया, सांवेर, और आंतरिक की उपनिरीक्षकों प्रियंका चौरसिया, त्रिअम्बिका शर्मा और जया मुजाल्दे ने पांदा व लास सेजेस स्कूल राऊ में विद्यार्थियों से संवाद किया।
महू अ, महू ब, बम्बई बाजार, बालदा कॉलोनी व देपालपुर वृत्तों की उपनिरीक्षकों कृतिका द्विवेदी, मीना माल, एच.एस. घुरैया, मीरा सिंह व मनीष राठौर ने महू, नंदानगर, मोती तबेला व कलारिया के शासकीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को नशे से दूर रहने का संदेश दिया।
युवाओं में जागरूकता का प्रसार
यह अभियान युवाओं को जागरूक करने और नशे के खिलाफ सामाजिक चेतना निर्माण की दिशा में एक सशक्त कदम साबित हो रहा है। विद्यार्थियों में इसकी सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
इंदौर आबकारी विभाग द्वारा यह पहल न केवल प्रशासनिक दृष्टि से सराहनीय है, बल्कि समाज को नशे से मुक्त बनाने की दिशा में एक निर्णायक प्रयास भी है।