इंदौर मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहां जाने वाला शहर
पत्रकार
खुशबू श्रीवास्तव
जहां इंदौर शहर को निरंतर विकास के लिए पहचाना जाता है वहीं रोड के मामले में देखते हुए अब तो शर्म सी आने लगी है स्वच्छता में नंबर वन कहा जाता है तो रोड के खड्डों में भी नंबर वन कहा जाता है जहां एक तरफ सरकार कहती है कि टोल टैक्स नहीं दिया जाएगा आगर रोड खराब है हाईवे खराब है नेशनल हाईवे पर वही कुछ एक टोल कर्मी अपने आप को सरकार से भी ऊपर मानते हुए अवैध तरीके से टोल वसूल रहे हैं खुलेआम और जब उनसे बात की जाती है तो बदतमीजी करते हुए कहते हैं सरकार को हम पैसा देते हैं सरकार के कहने से हम कोई टोल नहीं छोड़ते जो निकलेगा वह टोल देकर जाएगा सड़क खराब है हमारी जवाबदारी नहीं ब्रिज नहीं बने हमारी जवाबदारी नहीं अगर इसी तरह का माहौल रहा तो कैसे लोग अपना सफर तय करेंगे जो सफर तीन से चार घंटे का होता है वही सड़क पर खड्डो की वजह से सफर 8 से 10 घंटे का हो जाता है सरकार ने तो अपना भाषण देकर किनारा कर लिया लेकिन मुसीबत तो आम नागरिक झेल रहे हैं मंत्री मुख्यमंत्री हवा में सफर करते हैं लेकिन जनता तो रोड पर ही चलती है इसके लिए क्या सोचा है मनमर्जी का टैक्स लेना मन मुताबिक टोल टैक्स लेना और उसके ऊपर परेशान तो सिर्फ जनता ही है आखिर आम लोगों की क्या गलती है क्यों नहीं रोड सुधारे जाये क्यों नहीं ब्रिज टाइम पर बना रहे टोल टैक्स वाले क्यों अपनी मनमर्जी से टोल काट रहे जनता के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा क्या सिर्फ वोट के ही समय जनता दिखाई देती है आखिर इनकी कौन सुनेगा फरियाद ऐसे टोल कर्मियों पर कब होगी कार्रवाई जहां ब्रिज बनाए जा रहे हैं वहां कोई सुरक्षा क्यों नहीं दोनों साइड गड्ढे पड़े हुए हैं जिनमे पानी भरा हुआ है सड़क पर क्यों नहीं सुरक्षा के इंतजाम कौन देगा इसका जवाब कौन करेगा इन पर कार्यवाही।



