इंदौर की छवि से खिलवाड़ नहीं चलेगा!" – महापौर की फेक न्यूज फैलाने वालों को कड़ी चेतावनी
राजेश धाकड़
इंदौर,महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सोशल मीडिया पर इंदौर की छवि को धूमिल करने वाली फेक न्यूज और भ्रामक पोस्ट्स को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि जो लोग दूसरे शहरों की घटनाओं, वीडियो या फोटो को इंदौर का बताकर वायरल कर रहे हैं, उनके खिलाफ सीधी FIR दर्ज की जाएगी। अब चेतावनी नहीं, सीधे कानूनी कार्रवाई होगी।
फेक वीडियो से फैलाई जा रही भ्रांति
महापौर भार्गव ने हालिया उदाहरण का हवाला देते हुए बताया कि खजराना ब्रिज से जुड़ी एक फेक वीडियो हाल में वायरल हुई, जिसमें किसी अन्य शहर की दुर्घटना को इंदौर की बताकर जनता को गुमराह किया गया। इसी तरह एक और पोस्ट में किसी और शहर में गड्ढे में पलटे ऑटो की तस्वीर को इंदौर की सड़कों से जोड़कर भ्रम फैलाने की कोशिश की गई।
शहर के साथ विश्वासघात है यह कृत्य"
महापौर ने कहा,इंदौर की पहचान उसकी स्वच्छता, अनुशासन और सकारात्मक सोच से है। ऐसे में जो लोग सिर्फ लाइक्स और व्यूज़ के लिए फेक वीडियो व झूठी जानकारी फैलाकर शहर की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचा रहे हैं, वह इंदौर से विश्वासघात कर रहे हैं।"
महापौर ने जानकारी दी कि नगर निगम द्वारा गठित सोशल मीडिया निगरानी टीम अब ऐसे भ्रामक कंटेंट पर विशेष नजर रखेगी। जैसे ही किसी पोस्ट में संदेहजनक या गलत जानकारी पाई जाती है, संबंधित व्यक्ति के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
इंदौरवासियों से अपील
शहर के नागरिकों से महापौर ने अपील की है कि,कोई भी फोटो, वीडियो या सूचना शेयर करने से पहले उसकी सत्यता की जांच जरूर करें। भ्रामक जानकारी फैलाना कानूनन अपराध है और इससे आपके अपने शहर की छवि धूमिल होती है।"
सच्चाई साझा करें, फेक से बचें
यह चेतावनी उन सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के लिए स्पष्ट संकेत है जो बिना पुष्टि के भ्रामक जानकारियाँ फैलाते हैं। इंदौर प्रशासन अब ऐसे मामलों में ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत कार्य करेगा।
“इंदौर देश का स्वच्छतम शहर है और इसकी छवि किसी भी कीमत पर बिगड़ने नहीं दी जाएगी।” – महापौर पुष्यमित्र भार्गव