सीजफायर के एलान के बाद भी ईरान ने दागीं मिसाइलें, इस्राइल में तीन की मौत
पश्चिम एशिया में बीते 13-14 मई की दरम्यानी रात इस्राइल के हवाई हमलों से शुरू हुआ हिंसक संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते 11 दिनों में 950 से अधिक लोग हताहत हो चुके हैं। अमेरिका भी सेना का इस्तेमाल कर ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले कर चुका है। ईरान ने अमेरिकी सैन्य अड्डों पर मिसाइलें दागीं। इसके बाद ट्रंप ने संघर्ष विराम का एलान किया। ईरान ने इस्राइल पर हमले शुरू कर दिए हैं।पश्चिम एशिया के संवेदनशील हालात से जुड़ी पल-पल की अपडेट्स यहां पढ़िए।
इस्राइल-ईरान संघर्षविराम के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से ईरान को दी गई समयसीमा पूरी हो गई है। अब अगर ईरान हमले नहीं करता है तो संघर्षविराम शुरू माना जाएगा।
इस्राइल के बीरशेवा में एक इमारत पर ईरानी मिसाइल गिरी है। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई है।
ईरान से लौटीं पंजाब की बलजिंदर कौर ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है। अपना देश अपना ही है। लेकिन ईरान में हमें कभी कोई मुश्किल नहीं आई। पिछले कुछ दिनों में हालात बदल गए हैं, वरना हम वहां भी सुरक्षित हैं। मैं 21 साल से वहां रह रही हूं और हिंदी टीचर के तौर पर काम करती हूं। यह गर्व की बात है कि जब भी देश या उसके नागरिक मुश्किल में पड़ते हैं, तो सरकार उनके साथ खड़ी होती है। इसलिए हम उनके आभारी हैं। हम राजदूत और दूतावास के कर्मचारियों के आभारी हैं जिन्होंने हमें सुरक्षित यहां पहुंचाया।
ईरान के मशहद से 292 भारतीय नागरिकों को लेकर विशेष विमान नई दिल्ली पहुंचा। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि अब तक 2295 भारतीय नागरिकों को ईरान से स्वदेश लाया जा चुका है।
इस्राइली सेना ने अपनी जनता को चेतावनी दी कि ईरान ने उसकी ओर मिसाइलें दागी हैं, जबकि प्रस्तावित युद्धविराम अधर में लटका हुआ है। यह प्रक्षेपण तेहरान के स्थानीय समयानुसार सुबह 4 बजे के बाद किया गया। तब ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा था कि यदि इस्राइल हवाई हमले बंद कर दे तो ईरान हवाई हमले रोक देगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इस्राइल और ईरान लगभग एक साथ मेरे पास आए और कहा शांति कायम की जाए। मुझे पता था कि अब समय आ गया है। दुनिया और मध्य पूर्व ही असली विजेता हैं। दोनों राष्ट्र अपने भविष्य में जबरदस्त प्रेम, शांति और समृद्धि देखेंगे। उन्हें बहुत कुछ हासिल करना है। अगर वे धर्म और सत्य के मार्ग से भटक गए तो उन्हें बहुत कुछ खोना पड़ेगा। इस्राइल और ईरान का भविष्य असीमित है और महान वादों से भरा हुआ है। भगवान आप दोनों को आशीर्वाद दें।
साभार अमर उजाला