अरविंद केजरीवाल को पद का मद - सीएम डॉ. मोहन यादव
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने केजरीवाल के जेल से सरकार चलाने पर कहा कि अरविंद केजरीवाल को पद का मद है। मुख्यमंत्री के रूप में जेल जाना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है, आज तक कभी ऐसा समय नहीं आया है। सीएम यादव ने कहा कि अपने देश का इतिहास है कि जब किसी पर कोई आरोप लगता है तो वो सबसे पहले अपना इस्तीफा देता है। जब तक आरोप से बरी न हो जाए, तब तक वो अपना दायित्व नहीं लेता।
लाल बहादुर शास्त्रीजी से लेकर लालकृष्ण आडवाणीजी तक किसी ने भी अपना दायित्व नहीं लिया। जब उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी का एक डायरी में झूठा नाम आया था, तब उन्होंने तुरंत सभी पदों से इस्तीफा दिया था। यहां तक की सांसद पद तक से भी इस्तीफा दिया और कोर्ट को फेस किया। कोर्ट को फेस करने के बाद ही ये डिसाइड हुआ कि वो पार्टी का चुनाव लड़े। मैं मान कर चलता हूं कि लोकतंत्र में अगर किसी के ऊपर उंगली उठ रही है और उसके ही पार्टी के दो-दो मंत्री इसी आरोप में जेल में बंद हैं। जिन्हें प्रयास करने के बाद भी हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से जमानत नहीं मिल रही है।
सीएम ने कहा कि शराबकांड के मामले में केजरीवाल के पास 9 बार समन गए। वे हाईकोर्ट गए लेकिन राहत नहीं मिली तो उन्हें इस्तीफा देकर अपने ऊपर लगे आरोप को फेस करते और फिर बरी होने के बाद अपनी सरकार चलाते। मुख्यमंत्री के रूप में जेल जाना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है, आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ। पद का इतना मोह, लोभ केजरीवाल को शोभा नहीं देता। उन पर पद का मद चढ़ रहा है। इससे उनको बाहर आना चाहिए।
साभार अमर उजाला