ज्योति और ओजस ने स्वर्ण जीता, मुक्केबाजी में प्रवीण को कांस्य
हांगझोऊ। एशियाई खेलों का आज 11वां दिन है। इस प्रतियोगिता में भारत को पहले दिन पांच, दूसरे दिन छह, तीसरे दिन तीन, चौथे दिन आठ, पांचवें दिन तीन, छठे दिन आठ, सातवें दिन पांच, आठवें दिन 15, नौवें दिन सात और दसवें दिन नौ पदक मिले थे। आज भी भारत को 10 के करीब पदक मिल सकते हैं और पदक तालिका में भारत के कुल पदकों की संख्या 80 तक पहुंच सकती है।
तीरंदाजी में ओजस देवताले और ज्योति वेन्नम ने कंपाउंड मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता है। भारतीय जोड़ी ने दक्षिण कोरिया की टीम को मात दी और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने दक्षिण कोरिया को 159-158 से हराया।
मुक्केबाजी में प्रवीण हुड्डा को कांस्य पदक से संथोष करना पड़ा है। महिलाओं के 57 किलोग्राम भारवर्ग में उन्हें चीनी ताइपे की लिन के खिलाफ हार झेलनी पड़ी और उनका सफर यहीं खत्म हो गया।
स्क्वैश में भारत की अनहत-अभय की जोड़ी को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। मिश्रित युगल के सेमीफाइनल में मलयेशिया की जोड़ी ने भारतीय जोड़ी को 11-8, 2-11, 9-11 से हराया।
स्क्वैश में भारत की दीपिका पल्लीकल और हरिंदर पाल सिंह ने मिश्रित युगल के फाइनल में जगह बना ली है। इसके साथ ही भारतीय जोड़ी ने कम से कम रजत पदक पक्का कर लिया है। हांगकांग के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में भारतीय जोड़ी ने पहला सेट हारने के बाद जबरदस्त वापसी की और मैच 7-11, 11-7, 11-9 से अपने नाम किया।
कुसुमा वरदानी के खिलाफ पीवी सिंधु ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 21-16, 21-16 के अंतर से मैच अपने नाम किया और क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। हालांकि, पदक जीतने के लिए उन्हें अपनी पुरानी लय हासिल करनी होगी।
भारत को आज का पहला पदक एथलेटिक्स में मिला है। मंजू रानी और राम बाबू की जोड़ी ने मिश्रित 35 किलोमीटर दौड़ में कांस्य पदक जीता है। चीन को स्वर्ण और जापान को रजत पदक मिला है। इस पदक के साथ भारत के कुल पदकों की संख्या 70 हो गई है और भारत ने एशियाई खेलों में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी कर ली है। 2018 में भारत ने 16 स्वर्ण सहित 70 पदक जीते थे। इस बार भी भारत की झोली में 15 स्वर्ण सहित 70 पदक आ चुके हैं। ऐसे में पूरी उम्मीद है कि इस बार भारत को 100 पदक मिल सकते हैं।
साभार अमर उजाला