GIS के लिए लगी लाखों की लाइट, आखिर किसने मारा इतना लंबा हाथ? जांच में जुटा नगर निगम
प्रवेश सिंह, भोपाल
24-25 फरवरी को भोपाल में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए प्रदेश प्रशासान ने मेहमानों की स्वागत में पुख्ता इंतेजाम किया था. भोपाल का हर गली-मोहल्ला चमक उठा था. प्रशासन की तरफ से तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ा गया था. बड़ा तालाब से लेकर vip रोड, हर जगह रौशनी से जगमगा रहा था, लेकिन प्रदेश में हुए इतने बड़े समिट में भी चोर अपने काम से बाज नहीं आए. बताया जा रहा कि पूरे शहर से लाखों की लाइट्स चोरी हो गई हैं. चोरी हुई लाइटों की कीमत लगभग 6 लाख रूपये बताया जा रहा है.
इन जगहों से लाइटें गायब
बताय जा रहा कि भोपाल के प्रमुख इलाके यानी वीआईपी रोड, तकिया टापू, नानके से माता मंदिर रोड, कमला पार्क रोड, पोलिटेक्निक रोड और लिंक रोड नंबर-1 से सबसे ज्यादा लाइटें गायब हुई है. इन जगहों पर प्रशासन ने विशेष तौर पर सजावट की थी. जानकारी के मुताबिक, सिर्फ बड़ा तालाब के तकिया टापू पर 12-12 हजार रुपए की करीब 60 बड़ी-बड़ी कलर लाइट लगाई गई थीं.
सजावट के लिए खर्च हुए करोड़ों रूपये
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए शहर भर में लगी लाइटें नगर निगम ने ठेके पर देकर लगवाईं थीं. बताया जा रहा कि पूरे शहर में सजावट के लिए नगर निगम ने 5 करोड़ से भी ज्यादा रूपये खर्च किए थे. शहर भर में लगी लाइटों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी नगर निगम के हाथो में ही थी.
लाइटों के चोरी होने के बाद अब जहां जहां सजावट हुई है उन जगहों की सुरक्षा के लिए नगर निगम ने 4 विशेष टीमें बनाई हैं जो GIS 2025 के दौरान किए गए कामों की निगरानी करेंगी. टीम चोरों सहित काम को नुकसान पहुंचाने वाले लोगो को पकड़कर उन्हें पुलिस के हवाले करेगी.