ध्यान, मस्तिष्क को स्वच्छ कर ऊर्जावान बनाता है
21 अक्टूबर 1990 के अपने एक प्रवचन में परमपूज्य श्री माताजी निर्मला देवी जी ने हमें दिग्दर्शित किया है कि,
"आप सभी के पास वह गहराई है। आप सभी के भीतर वह सुंदरता है लेकिन इस बिंदु को देखने के लिए आपको पर्याप्त बुद्धिमान होना चाहिए कि, क्या हमने उस बिंदु को छुआ है? क्या हम उस बिंदु पर खो गए हैं? अब आप आत्मनिरीक्षण करें। मैं जो कह रही हूं उसे दूसरों के बारे में मत सोचो, अपने बारे में सोचो। क्या हमें वह मिल गया है?.....तो क्या हमने अपनी उस खूबसूरत चीज को छुआ है जो हमारे भीतर शाश्वत है? क्या हमने इसे छुआ है? हर पल कितना कीमती है, हर दिन कितना कीमती है। हर साल कितना कीमती है।"
श्री माताजी ने अपने अंदर स्थित जिस शाश्वत सौंदर्य की बात की है उसका ध्यान में स्थित होने के बाद साधक को अनुभव होने लगता है। हम बड़ी सहजता से अपने आपको देखने यानि आत्मनिरीक्षण की कला सीख जाते हैं।
ध्यान के कारण शरीर की आतंरिक क्रियाओं में विशेष परिवर्तन होते हैं और शरीर की प्रत्येक कोशिका ऊर्जा से भर जाती है। सहज योग पद्धति से ध्यान करने पर हमारे निष्क्रिय नाड़ी व चक्र प्रकाशित होते हैं। उनके गुण हमारे व्यवहार व स्वभाव में उतरने लगते हैं, परमात्मा से जुड़ने का एहसास हमारी आंतरिक ऊर्जा के प्रवाह को तेज कर देता है और इस तरह हमारे शरीर में प्राणतत्व के बढ़ने से हममें प्रसन्नता, शांति और उत्साह का संचार भी बढ़ जाता है। हम अपने आप में बेहद प्रसन्न व उत्साहित हो जाते हैं।
दरअसल, ध्यान, मस्तिष्क की तरंगों के स्वरुप को अल्फा स्तर पर ले आता है जिससे चिकित्सा की गति बढ़ जाती है। हमारी छोटी मोटी समस्याएं अपने आप ठीक हो जाती है। मस्तिष्क पहले से अधिक सुन्दर, नवीन और कोमल हो जाता है। ध्यान मस्तिष्क के आतंरिक रूप को स्वच्छ करता है व पोषण प्रदान करता है। जब भी हम व्यग्र, अस्थिर और भावनात्मक रूप से परेशान होते हैं तब कुछ देर ध्यान में बैठने पर ध्यान हमें शांत कर देता है।
सहज योग की विधि सरल होने के साथ साथ प्रभावी भी हैं। सहज योग के अभ्यास में साधक को ना तो बहुत मंत्रों को सीखना है ना शारीरिक अभ्यास करना है। सुखासन में बैठकर अपने आंतरिक सौंदर्य को देखने का अभ्यास करना है। जो नाड़ियों को संतुलित करने व चक्रों पर ध्यान से स्वयमेव ही कार्यान्वित हो जाती है।
इस अनूठी ध्यान पद्धति से जुड़ने हेतु व आत्मसाक्षात्कार को प्राप्त करने हेतु अपने नज़दीकी सहजयोग ध्यान केंद्र की जानकारी टोल फ्री नंबर 1800 2700 800 से प्राप्त कर सकते हैं। सहज योग पूर्णतया निशुल्क है।

