23 राज्यों में पांच दिन भारी बारिश का मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
नई दिल्ली। पूरे देश में मानसूनी बारिश जारी है। पहाड़ी और पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश आसमान से आफत बनकर टूट रही है। उत्तराखंड के जोशीमठ में भूस्खलन के चलते बंद बदरीनाथ हाईवे 83 घंटे बाद खुल गया है। हाईवे बंद होने से लगभग साढ़े चार हजार यात्री जगह-जगह फंस गए थे। बिहार में बिजली गिरने से बीते 24 घंटे में 21 और लोगों की जान चली गई है। असम में बाढ़ की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है, लेकिन अभी भी 12 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। देश के 23 राज्य में अलग-अलग स्थानों पर अगले पांच दिन भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है और मौसम विभाग ने रेड, ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किए हैं।
उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इसके चलते पहाड़ दरक रहे हैं। मंगलवार सुबह सात बजे जोशीमठ में चुंगीधार के पास बदरीनाथ हाईवे पर मलबा आ गया था। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की टीम मलबा हटाने में जुटी थी कि उसी दिन फिर सुबह 11 बजे पहाड़ का बड़ा हिस्सा टूट गया और भारी भरकम चट्टान सड़क पर अटक गई। बदरीनाथ विधानसभा उपचुनाव में मतदान कराने के लिए जा रहीं पोलिंग पार्टियों के साथ ही बड़ी संख्या में चार धाम यात्रा पर निकले श्रद्धालु भी फंस गए थे।
शुक्रवार शाम हाईवे को पहले पैदल यात्रियों के लिए भी फिर वाहनों के लिए खोल दिया गया। हाईवे खुलते ही वहां मौजूद श्रद्धालुओं ने जय बदरीविशाल और जो बोले सोनिहाल के जयकारे लगाए।
भारी बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के बाद यूपी के कई शहरों में अब बाढ़ का असर विकराल रूप लेता जा रहा है। बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, सीतापुर के करीब 250 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। वहीं, लखीमपुर खीरी के 150, शाहजहांपुर के 30, बदायूं के 70, बरेली के 70 और पीलीभीत के करीब 222 गांव की बड़ी आबादी बाढ़ के पानी से घिरी हुई है। पूर्वांचल के बलिया में भी बाढ़ की स्थिति के चलते कुछ घर बहने की खबर है। यूपी के करीब 800 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
हिमाचल प्रदेश में भी लगातार मानसूनी बारिश हो रही है। भूस्खलन के चलते शिमला में चार समेत 10 सड़कें बंद हैं। मौसम विभाग ने 13, 14, 17 और 18 जुलाई को राज्य के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। 1-12 जुलाई के बीच राज्य में 81.8 एमएम बारिश हुई है जो इस अवधि में सामान्य 85.6 एमएम से चार फीसदी कम है। शुक्रवार को धर्मशाला में सबसे अधिक 12.6 एमएम बारिश दर्ज की गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बीते 24 घंटे के दौरान मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई है। गुजरात क्षेत्र, कोंकण और गोवा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है। वहीं, बिहार, पूर्वी और पश्चिमी यूपी, राजस्थान, उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर अच्छी बारिश हुई है।
इसके अलावा, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, असम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी मूसलाधार बारिश रिकॉर्ड की गई है। राजस्थान के नागौर जिले के परबतसार में सबसे अधिक 89 एमएम और धौलपुर जिले के सेपाउ में 65 एमएम बारिश दर्ज की गई है।
साभार अमर उजाला