मां की बगिया कार्यक्रम में विधायक पहुंचे ग्रामीण कृषकों के बीच

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हाटपीपल्या से संजय प्रेम जोशी की रिपोर्ट

 लघु कृषकों को प्रोत्साहित करने के लिए शासन द्वारा मां की बगिया कार्यक्रम चलाया जा रहा है। माँ की बगिया" से आपका मतलब मध्य प्रदेश सरकार की 'एक बगिया मां के नाम' परियोजना से है। जिसका उद्देश्य स्व-सहायता समूह की महिलाओं को निजी जमीन पर फलदार बाग लगाने के लिए आर्थिक और तकनीकी सहायता प्रदान करना है। यह परियोजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है। जिसके तहत गड्ढे खोदने पौधे खरीदने, फेंसिंग, जल कुंड बनाने और तीन साल तक पौधों की देखरेख का खर्च मनरेगा से कवर किया जाएगा। 
 पहले के समयमें अधिकतर परिवार सेजुड़ी महिला किसान बगीचे के रूप में घर आंगन में और आसपास घर में काम आने वाली सब्जियों को लगाकर शुद्ध पौष्टिक सब्जियां घर परिवार को उपलब्ध करवाती रही लेकिन समय के साथ-साथ आधुनिकता के चलते यह प्रचलन बंद हो गया है। इसी संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश शासन द्वारा मां की बगिया कार्यक्रम चलाया गया है। शुक्रवार को ग्राम पंचायत गुवाडी मे स्थानीय किसान बृजेंद्र ठाकुर के खेत पर लघु कार्यक्रम आयोजित किया गया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बागली विधायक मुरलीभंवरा  ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि घर आंगन में मौसम अनुरूप सब्जियां लगाना और औषधि युक्त पौधे लगाना हमारी संस्कृति में है । वर्तमान में शासन की योजना का लाभ लेकर महिलाएं फलदार पौधे लगाकर अतिरिक्त इनकम कर सकती है। शासन इस योजना के तहत मनरेगा योजना से मदद करेगा ग्रामीण क्षेत्रों में घर के आसपास पर्याप्त जगह रहती है। उस खाली जगह में घर में काम आने पूर्ति मौसम की सब्जियां विशेष रूप से लगाना चाहिए जैसे बालोर  और गिलकी लोकी तुरई मिर्च टमाटर पुदीना  आदी के साथ फलदार पौधे भी लगाये  इस दौरान क्षेत्र से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता बीसन पुजारी भाजपा नेता राम सिंह ओसारी जटाशंकर मंडल अध्यक्ष गोविंद यादव कैलाश गुप्ता अखिल बड़ौला भगवान सिंह कासलीवाल सरपंच प्रतिनिधि गोविंद बैरागी किसान विजेंद्र दांगी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

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