हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की बात से ही मोहम्मद यूनुस ने किया इनकार
ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने देश में हिंदुओं समेत अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की बात से ही इनकार किया है। उन्होंने गुरुवार को अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ नेताओं से मुलाकात की, लेकिन हिंसा की घटनाओं को लेकर किए जा रहे दावों पर ही सवाल उठा दिया। मोहम्मद यूनुस ने कहा कि यदि आप लोग हमें जानकारी दें कि कहां हिंसा हुई है और किन लोगों ने की है तो हम उनके खिलाफ तत्काल ऐक्शन लेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सत्य कुछ और है, लेकिन विदेशी मीडिया में दी जा रही जानकारी उससे अलग है।
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सटीक जानकारी मिले। हम सांप्रदायिक सौहार्द की बात करते हैं और वह बना रहना चाहिए। यूनुस ने कहा कि यदि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर हमला होता है तो उसकी तुरंत हमें जानकारी दी जाए। हम ऐक्शन लेंगे। मोहम्मद यूनुस ने कहा, 'हम सांप्रदायिक सौहार्द की बात करते हैं। हम सभी मानते हैं कि ऐसा होना चाहिए।' उनके साथ हुई मीटिंग में मुस्लिम, हिंदू, बौद्ध, ईसाई और अन्य धर्मों के लोग शामिल थे। लेकिन मोहम्मद यूनुस ने यह मानने से साफ इनकार कर दिया कि बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है।
वहीं इस मीटिंग में ईसाई धर्म के प्रतिनिधि के तौर पर फादर अल्बर्ट रोसारियो ने कहा कि इस्कॉन से जुड़े रहे चिन्मय कृष्ण दास की बेल पर विचार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेल हासिल करना तो किसी भी व्यक्ति का अधिकार है। फादर अल्बर्ट रोसारियो ने कहा कि किसी का भी यह हक है कि वह बेल के लिए अर्जी दाखिल करे।
साभार लाइव हिन्दुस्तान