ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए मोहन सरकार की मेगा तैयारी, 250 एकड़ में दिखेगी संस्कृति और आधुनिकता की झलक
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 24 और 25 फरवरी को ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस) का आयोजन होने जा रहा है। यह समिट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में भोपाल के राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में आयोजित होगी। प्रदेश सरकार ने इस समिट की तैयारी शुरू कर दी है, और खास बात यह है कि जापान औद्योगिक विकास में सहयोगी भूमिका निभाने जा रहा है। 250 एकड़ में चल रही तैयारियों में मध्य प्रदेश से जुड़े अलग-अलग पवेलियन होंगे। खास कर ऑटो एक्सप्रो से लेकर रिन्यूअल एनर्जी तक के प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र होगी। इन प्रदर्शनियों के जरिए देशी और विदेशी मेहमानों को नवाचारों से अवगत कराया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीआईएस का शुभारंभ करेंगे। साथ ही उद्योग जगत के तमाम बढ़े उद्योगपति रहेंगे।
जीआईएस में हर बार अलग-अलग चीजों को लेकर प्रदर्शनी लगाई जाती है। इस बार भोपाल में हो रहे जीआईएस में सबसे खास ऑटो मोबिलिटी एक्सपो होगा। जिसमें अलग-अलग वाहन कंपनियों के न्यू मॉडल की गाड़ियां होंगी। साथ ही फ्यूचर में संभावित गाड़ियों का भी डेमो होगा। अभी तक ऑटो मोबिलिटी एक्सपो दिल्ली जैसे बड़े शहरों में होता था। ऐसे में माना जा रहा है कि जीआईएस में आए मेहमानों को ऑटो एक्सपो आकर्षित करेगा।
इस बार जीआईएस में एक हजार से अधिक विदेशी मेहमान भी आएंगे, जो दुनिया के अलग-अलग देशों के होंगे। वह मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को देखेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव खुद ही कुछ दिन पहले जापान जाकर वहां के उद्यमियों को एमपी आने का न्यौता दिया है। इससे पहले यूके और जर्मनी भी गए थे। इन तमाम जगहों से उनको बड़ी कंपनियों ने एमपी में निवेश का भरोसा दिया है। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का कंट्री पार्टनर भी है। ऐसे में उम्मीद है कि बड़ी संख्या में विदेशी निवेशक मध्य प्रदेश में निवेश करेंगे।
वहीं, इस बार समिट में भारत के भी दिग्गज उद्योगपति जीआईएस में आएंगे। इनमें मुकेश अंबानी से लेकर गौतम अदाणी तक के नाम हैं। साथ ही अन्य बड़े उद्योगपतियों ने भी एमपी सरकार का न्यौता स्वीकार किया है। इसमें टाटा ग्रुप के चेयरमैन केएन चंद्रशेखरन, विप्रो के अजीम प्रेमजी, महिंद्रा के आनंद महिंद्रा, एयरटेल के सुनील भारती मित्तल समेत कई बड़े नाम और भी है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश और देश के अन्य छोटे उद्योगपतियों ने भी जीआईएस में आने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। ऐसे लोगों की संख्या 10 हजार के करीब पहुंच गई है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में राज्य के प्रमुख 6 सेक्टर्स पर केंद्रित समिट के आयोजन की महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। यह पहली बार होगा जब हर सेक्टर के विशेषज्ञ, नीति-निर्माता और निवेशक एक मंच पर आकर विशेषज्ञ चर्चाओं, अवसरों और नीतिगत सुधारों पर संवाद करेंगे। इसमें सरकार की कोशिश है कि शहरी विकास, टूरिज्म, खनन, रिन्यूएबल एनर्जी, आईटी, और एमएसएमई में अधिक से अधिक निवेश हो। साथ ही सरकार मध्य प्रदेश के उन प्रवासियों को भी एमपी में निवेश के लिए प्रेरित करेगी, जो अन्य जगहों पर जाकर बस गए हैं। सीएम ने अपने जापान दौरे के दौरान इसके संकेत भी दिए थे, वहां उन्होंने मध्य प्रदेश के लोगों से मुलाकात की थी।
मध्य प्रदेश सरकार की कोशिश है कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट से कम से कम चार लाख करोड़ तक के निवेश प्रस्ताव आए। उद्योगपतियों को परेशानी ना हो और उन्हें लुभाने के लिए सरकार दनादन नई नीतियां ला रही है। ताकि बिना किसी परेशानी के उद्योगपति एमपी में अपने काम को आगे बढ़ाए। उसी का नतीजा रहा कि सीएम ने जापान से लौटते ही मध्य प्रदेश में सेमी कंडक्टर को लेकर नई पॉलिसी लाए। यह भारत में उभरता हुआ क्षेत्र है। इसमें निवेश की भी बड़ी संभावनाएं हैं। इससे पहले सात रीजनल इंडस्ट्री समिट से भी हजारों करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं। कुछ उद्योगों के लिए जमीन भी आवंटित कर दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी को जीआईएस के लिए भोपाल पहुंच जाएंगे। वह रात में राजभवन में ठहरेंगे और 24 फरवरी को सुबह 10 बजे के करीब जीआईएस का शुभारंभ करेंगे। उनके साथ कई केंद्रीय मंत्री भी आएंगे। इसमें अश्विनी वैष्णव, पीयूष गोयल, नितिन गडकरी, जी किशन रेड्डी के नाम शामिल है।
जीआईएस के जरिए मोहन सरकार भोपाल की भी ब्राडिंग कर रही हैं। एयरपोर्ट रोड से लेकर राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के आसपास के इलाके को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। दीवारों पर एमपी की संस्कृति की झलक दिख रही है। सड़कें भी चमचमा रही है।
वहीं, इस समारोह में आ रहे मेहमानों को मध्य प्रदेश के पारंपरिक भोजन परोसे जाएंगे। इसके लिए मानव संग्रहालय में भी तैयारी की जा रही है। दाल बाफले, मिलेट्स के स्वीट्स, मक्के और ज्वार की रोटी, दाल पानिया जैसे व्यंजन सूची में शामिल हैं।
साभार अमर उजाला