माँ राज राजेश्वरी त्रिपुर सुन्दरी बगलामुखी धाम, ग्राम भंडारिया : श्रद्धालुओं की आस्था का नया केंद्र

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विगत 3 अप्रैल 2010 से निरंतर आस्था का प्रवाह 
खंडवा।  जिला खंडवा के ग्राम भंडारिया में स्थित माँ राज राजेश्वरी त्रिपुर सुन्दरी बगलामुखी धाम आज श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केन्द्र बन चुका है। यह पावन धाम 3 अप्रैल 2010 को माँ बगलामुखी एवं गुरु कृपा से स्थापित हुआ था। तब से लेकर अब तक यहाँ जनमानस की आस्था, श्रद्धा और विश्वास लगातार बढ़ता जा रहा है।

चार महाविद्याओं की अद्वितीय स्थापना
गुरुजनों की आज्ञा और माँ की कृपा से ग्राम  भण्डारिया में सर्वशक्ति मौ चार महाविद्याएँ स्थापित की गईं। यहाँ माँ बगलामुखी, माँ धूमावती, माँ महाकाली और माँ कामाख्या अपने दिव्य स्वरूप में विराजमान हैं। यह विरल संयोग क्षेत्र के लिए गौरव की बात है, क्योंकि एक ही धाम पर शक्तिपीठ के समकक्ष चार महाविद्याओं का दर्शन मिलना दुर्लभ है।

शिव–विष्णु के दिव्य धाम का भी दर्शन
धाम परिसर में शिव मंदिर, शिव परिवार तथा विष्णु–लक्ष्मी मंदिर भी स्थापित हैं। इन मंदिरों में प्रतिदिन आरती, पूजन और भजन संकीर्तन के माध्यम से भक्तों को आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति होती है।

विशेष प्रतिमाएँ : उच्छिष्ट गणेश और रुद्र हनुमान
माँ की कृपा से यहाँ उच्छिष्ट गणेश, स्वर्णाकर्षण भैरव तथा एकमुखी और ग्यारहमुखी रुद्र हनुमान की दुर्लभ प्रतिमाएँ भी स्थापित हैं। धर्मग्रंथों में वर्णन है कि इन देव स्वरूपों की साधना से भक्त की हर मनोकामना पूर्ण होती है तथा जीवन की बाधाएँ दूर होती हैं।

गुप्त धाम अब सबके लिए प्रकट
स्थापना काल से यह स्थान गुरु आदेशानुसार गुप्त रखा गया था, किंतु अब गुरु की आज्ञा से इसे सर्व जनमानस के लिए प्रकट कर दिया गया है। यहाँ साधना और हवन–पूजन करने वाले श्रद्धालुओं की हर समस्या का समाधान माँ की कृपा से होता है। भक्तगण बताते हैं कि धाम में की गई साधना अलौकिक फल प्रदान करती है।

श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र
आज यह धाम न केवल खंडवा जिले बल्कि आसपास के जिलों के श्रद्धालुओं के लिए भी आस्था का प्रमुख केन्द्र बन गया है। लोग यहाँ परिवार सहित पहुँचकर पूजा–अर्चना करते हैं और माँ से जीवन की मंगल कामनाएँ करते हैं।

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