मेरे कारण बेटे का राजनीतिक अहित न हो, लेकिन पार्टी का आदेश सर्वोपरि : कैलाश विजयवर्गीय
इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भाजपा ने एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है, लेकिन वे अपने बेटे आकाश विजयवर्गीय के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी चिंतित है। उन्होंने कहा कि मैं अपने टिकट की घोषणा से आश्चर्यचकित हुं।
आकाश ने शहर में मेहनत करके अपनी एक जगह बनाई है। मुझे भी लग रहा था कि पार्टी मुझे और आकाश को एक साथ टिकट नहीं देगी। दो-तीन दिन से मेरे मन में विचार चल रहा था कि मैं चुनाव क्यों लडू। एक पिता की हैसियत से यह सोच रहा था कि मेरे कारण बेटे का राजनीतिक अहित न हो, लेकिन पार्टी का आदेश सर्वोपरि है। विजयवर्गीय ने बेटे को लेकर यह भी कहा कि राजनीति में जो सही दिशा में चलना सीख लेता है तो फिर भाजपा संगठन कभी भी उसे दौड़ा देता है।
कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार संजय शुक्ला को लेकर विजयवर्गीय ने कहा कि शुक्ला परिवार से मेरे आत्मीय रिश्ते है । चुनाव अपनी जगह है। वे रिश्ते हमेशा बरकरार रहेंगे । चुनाव के दौरान उन रिश्तों की मर्यादा का ध्यान भी रखा जाएगा। एक नंबर विधानसभा में कई अवैध बस्तियां है, वहां विकास की संभावना है। पूरे विधानसभा क्षेत्र का मास्टर प्लान हम बनाएंगे।
दूसरी सूची में केंद्रीय मंत्री और सांसदों को उम्मीदवार बनाए जाने पर विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने यह नरेटिव सेट करने की कोशिश की थी कि कांग्रेस फिर सत्ता में आ रही है, लेकिन दूसरी सूची में शामिल उम्मीदवारों के नामों से कार्यकर्ता जोश में है। दूसरी सूची केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने बड़े नेतागणों को फिर से प्रदेश के चुनाव में लड़ने का मौका दिया। विजयवर्गीय ने कहा कि एक नंबर विधानसभा क्षेत्र के अलावा मैं प्रदेश की अन्य सीटों पर भी ध्यान दूंगा।
साभार अमर उजाला