नितिन गडकरी ने कहा- जाति, भाषा और अन्य चीजों के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश की जा रही
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि जाति, भाषा और अन्य चीजों के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है और उन्होंने इसे लेकर चिंता भी जताई। यहां एक पुस्तक विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि देश तभी प्रगति करेगा और मजबूत बनेगा, जब उसके लोग एकजुट रहेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'मुझे लगता है कि आज... पिछड़ापन एक राजनीतिक स्वार्थ बनता जा रहा है। हर कोई कहता है, ‘मैं पिछड़ा हूं, मैं पिछड़ा हूं’... जाति, भाषा और हर चीज के नाम पर समाज को तोड़ने की कोशिश की जा रही है।'
RSS यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 100 साल की यात्रा पर चर्चा करते हुए, भाजपा नेता ने कहा कि विरोधियों ने भी कई मौकों पर संघ को 'जातिवादी और सांप्रदायिक कहकर बदनाम किया है।' उन्होंने कहा, 'संघ में किसी की जाति नहीं पूछी जाती। संघ में कोई भेदभाव, छुआछूत नहीं है।'
गडकरी ने कहा, 'हम दुनिया में सभी के कल्याण और प्रगति की कामना करते हैं, यहां तक कि उन लोगों की भी जो हमारा विरोध करते हैं।'
गडकरी ने सोमवार को कहा कि सरकार अगले पांच साल में भारत के वाहन उद्योग को दुनिया में शीर्ष पर पहुंचाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने 'अंतरराष्ट्रीय मूल्य शिखर सम्मेलन 2025' का उद्घाटन करते हुए कहा कि वाहन क्षेत्र सरकार को सबसे अधिक जीएसटी राजस्व देता है और रोजगार के अवसर पैदा करता है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा, 'हमारा लक्ष्य पांच साल के भीतर भारत के वाहन उद्योग को दुनिया में शीर्ष स्थान वाला बनाना है।' गडकरी ने बताया कि देश में दुनिया की सभी बड़ी वाहन कंपनियां मौजूद हैं।
उन्होंने कहा, 'जब मैंने परिवहन मंत्री का कार्यभार संभाला था, तब भारतीय वाहन उद्योग का आकार 14 लाख करोड़ रुपये था। अब भारतीय वाहन उद्योग का आकार 22 लाख करोड़ रुपये है।' इस समय अमेरिकी वाहन उद्योग का आकार 78 लाख करोड़ रुपये है। उसके बाद चीन (47 लाख करोड़ रुपये) और भारत (22 लाख करोड़ रुपये) का स्थान है।
साभार लाइव हिन्दुस्तान