कांग्रेस के साथ किसी तरह का समझौैता नहीं, बंगाल की सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगी ममता बनर्जी
कोलकाता। कोलकाता में 'जन गर्जन सभा' से टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंकने जा रही हैं। वहीं पार्टी ने क्लियर कर दिया है कि लोकसभा चुनाव में वह कांग्रेस के साथ किसी तरह का समझौता करने नहीं जा रही हैं। रविवार को टीएमसी मेगा रैली में प्रत्याशियों का लिस्ट जारी करने जा रही है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि लोकसभा चुनाव में राज्य में वह INDIA गठबंधन का हिस्सा नहीं है। बंगाल की सभी 42 सीटों के अलावा उत्तर प्रदेश की एक, मेघालय की एक और असम की दो लोकसभा सीटों पर भी प्रत्याशियों का ऐलान किया जाएगा। इस रैली में ममता बनर्जी और पार्टी के महासचिव अभिषेक बनर्जी मौजूद रहेंगे।
रैली से पहले ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर लोगों से जनसभा में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा, बंगाल की नम्रता और धैर्य को इसकी कमजोरी नहीं समझना चाहिए। रविवार को ब्रिगेड ग्राउंड में होने वाली रैली ऐतिहासिक होगी। यह धऱती अपने अधिकारों के लिए हमेशा से लड़ती रही है। बंगाल के सुरक्षित भविष्य के लिए आप हमारे साथ आइए।
टीएमसी की इस रैली के मुख्यतः तीन उद्देश्य हैं। पहला तो लोकसभा चुनाव के प्रचार की औपचारिक शुरुआत करना। दूसरा जमीन तक लोगों से जुड़ाव बनाने की रणनीति से कार्यकर्ताओं को अवगत कराना और तीसरा समर्थकों के साथ बात करना। इस रैली में ममता बनर्जी केंद्र सरकार को घेर सकती हैं। वह राज्य के लिए बकाया राशि के भुगतान के मुद्दा उठा सकती हैं।
इस महारैली में 6 से 8 लोगों के पहुंचने की उम्मीद जताई गई है। वहीं रैली को लेकर भाजपा ने तंज किया है और कहा कि यह विदाई रैली साबित होने वाली है। भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधइकारी ने कहा कि टीएमसी के नेता गुंडों और भ्र्ष्टाचारियों को समर्थन देते हैं और इसलिए उनका पतन हो रहा है। बता दें कि शनिवार को ही प्रधानमंत्री मोदी बंगाल पहुंचे थे। एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार पर हमला बोला था।
पीएम मोदी ने कहा था कि ममता सरकार बंगाल को लूट रही है। दिल्ली की सरकार आपके लिए MNREGA का फंड भेजती है लेकिन टीएमसी हर पड़ाव पर लूट लेती है। इसका फायदा टीएमसी के टोलबाजों को मिलता है। यहां 25 लाख फर्जी जॉब कार्ड बने और लोगों में बांट दिए गए। उन्होंने कहा, हम गरीबों के लिए पैसे भेजते हैं लेकिन यहां उन्हें टोलबाजों के द्वारा चुने हुए लोगों में बांटा जाता है।
साभार अमर उजाला