ओरिएंटल यूनिवर्सिटी दीक्षारम्भ 2025, देशभक्ति और प्रेरणा से भरी नई शुरुआत

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ब्यूरो चीफ अनिल चौधरी
इंदौर।  ओरिएंटल यूनिवर्सिटी, इंदौर में दीक्षारम्भ  छात्र नव प्रवेशित कार्यक्रम 2025 बड़े उत्साह, गर्व और देशभक्ति के माहौल में आयोजित किया गया। पूरा सभागार छात्रों से खचाखच भरा हुआ था, जहाँ नव प्रवेशित विद्यार्थियों ने अतिथियों का स्वागत गगनभेदी नारों भारत माता की जय और वंदे मातरम से किया।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहे पूर्व मार्कोस कमांडो प्रवीण कुमार तेवतिया (शौर्य चक्र विजेता एवं मोटिवेशनल स्पीकर) और आर.जे. नवनीत (एवार्ड विनिंग आरजे एवं मोटिवेशनल स्पीकर)। दोनों ने मिलकर कार्यक्रम को प्रेरणादायी और साथ ही छात्रों के लिए सहज एवं रोचक बना दिया।
26/11 मुंबई आतंकी हमले के जांबाज योद्धा श्री प्रवीण तेवतिया ने उस कठिन ऑपरेशन और बंधक परिस्थितियों के अनुभव साझा करते हुए कहा कि जीवन अनिश्चित है, पर साहस और अनुशासन ही असली ताकृत है। उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष और आत्मपरिवर्तन की कहानी सुनाते में हुए बताया कि कैसे उन्होंने हमले से बचने के बाद खुद को नई चुनौतियों के लिए तैयार किया और दौड़, तैराकी और साइक्लिंग विश्वप्रसिद्ध आयरनमैन की 4 उपाधियाँ प्राप्त कीं। आज वे एक कमांडो टैक्टिकल ट्रेनर के रूप में कार्यरत हैं।उन्होंने छात्रों को संदेश दिया कम से शुरू करो, एक दिन वही महान बन जाएगा। अपने लक्ष्य को साधते रहो।वहीं, आर.जे. नवनीत ने अपने उत्साह और ऊर्जावान संवाद से सत्र को हल्का-फुल्का और विद्यार्थियों के लिए और अधिक दोस्ताना बना दिया।इस अवसर पर माननीय प्रो चांसलर प्रो. (डॉ.) ध्रुव घई ने कहा, ओरिएंटल में हम मानते हैं कि देशभक्ति और अनुशासन वे प्रथम मूल्य हैं जिन्हें हम अपने विद्यार्थियों में पहले दिन से ही स्थापित करना चाहते हैं।प्रो चांसलर गौरव ठकराल ने कहा, विद्यार्थियों को आत्मनिर्भरता सीखनी चाहिए।
रजिस्ट्रार डॉ. प्रद्युम्न यादव ने विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर दिए और उन्हें विश्वविद्यालय की संस्कृति से परिचित कराया।डीन अकादमिक्स डॉ. गरिमा घई ने कहा कि, हम सामाजिक मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहे हैं और विद्यार्थियों को कॉर्पोरेट-रेडी बनाने की विचारधारा पर काम कर रहे हैं।कार्यक्रम को और समृद्ध करते हुए, माननीय कुलाधिपति प्रवीण ठकराल एवं विधि संकाय की निदेशक श्रीमती सोनिया ठकराल ने विद्यार्थियों के उज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। कुलगुरू डॉ. अमोल गोरे ने ओरिएंटल यूनिवर्सिटी की सशक्त शैक्षणिक संस्कृति, प्रौद्योगिकी-सक्षम शिक्षण, उदार शिक्षण पद्धति एवं जीवंत कैंपस जीवन की विशेषताओं को साझा किया।

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