जोश, होश के साथ नियंत्रित हो, गुस्सा दिखे, लेकिन आना नहीं चाहिए, विधायकों से बोले नरेंद्र सिंह तोमर
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में विधायकों का दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम मंगलवार को विधानसभा के मानसरोवर सभागार में शुरू हो गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला विधानसभा अध्यक्ष के साथ विधानसभा पहुंचे। इसके बाद विधायकों का सामूहिक फोटो सेशन हुआ। कार्यक्रम में अपने संबोधन में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि लोकसभा स्पीकर के रूप में ओम बिरला जी हमारे बीच उपस्थित है। उन्होंने लोकसभा स्पीकर के रूप में सदन का व्यवस्थित संचालन किया। लोकसभा स्पीकर हम सभी को मार्गदर्शन देंगे।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज हम सबके लिए प्रसन्नता का क्षण है। शुरुआत में चार दिन का सत्र था, उस समय जब हम बैठे तो हमें लगा कि जल्द ही प्रशिक्षण की प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए । इसके लिए ज़रूरी था कि लोकसभा सचिवालय का सहयोग हमको मिले। हम सब निर्वाचित होकर विधानसभा में आये है। एक जनप्रतिनिधि बनना ज़रूरी है, अच्छा विधायक बनना भी ज़रूरी है। क्षेत्र की जानता की समस्या आपको सुलझानी होती है। अपने कृतित्व को अनुशासित करने की और नियमों में बांधने की ज़रूरत है। एमपी की विधानसभा में सदन की महिमा आपसे बढ़ेगी। सामान्य तौर पर पहले सदस्य प्रोत्साहित हो , उसके लिए पुरस्कार की प्रक्रिया थी, लेकिन बीच बीच में वो कुछ कारणों से ऊपर नीचे होती रही। जोश पूरी तरह होश के साथ नियंत्रित हो। बोलते समय ग़ुस्सा दिखे लेकिन ग़ुस्सा आना नहीं चाहिए। इससे पहले सभी विधायकों का सामूहिक फोटो सेशन हुआ।
यह है कार्यक्रम का शेड्यूल-
उद्घाटन सत्र 9 जनवरी को मानसरोवर सभागार में आयोजित किया जाएगा। इस सत्र में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, मप्र विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी अपने विचार रखेंगे। सत्र के प्रारंभ में लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह का संबोधन होगा। संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय आभार उद्बोधन देंगे। 9 जनवरी को प्रबोधन कार्यक्रम का प्रथम सत्र “ प्रभावी विधायक कैसे बनें, संसदीय शिष्टाचार एवं आचरण विषय पर केंद्रित होगा। इस विषय पर उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना सदस्यों को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। मंगलवार को लोकसभा में लाभ के पदों संबंधी संयुक्त समिति के अध्यक्ष डॉ. सत्यपाल सिंह का भी उद्बोधन होगा।
9 जनवरी को द्वितीय सत्र का विषय “ संसदीय प्रक्रियाएं−स्थगन, ध्यानाकर्षण, अविलंब लोक महत्व की सूचनाएं− महत्व तथा उनका उपयोग” रहेगा। इस सत्र में पूर्व सांसद राज्यसभा सुरेश पचोरी का व्याख्यान होगा। 9 जनवरी को शाम 6.30 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
साभार अमर उजाला