इंदौर के दो मार्गों के वन- वे करने का विरोध शुरू, व्यापारी बोले-जब एमजी रोड को वन-वे करना था तो मकान-दुकान क्यों तोड़े
इंदौर। इंदौर के दो मार्गों के वन- वे करने का विरोध शुरू हो गया है। गुरुवार को व्यापारी लामबंद हुए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। कुछ देर बाद उन्होंने वाहनों को रोकना शुरू कर दिया। यातायात बाधित हुआ तो मौके पर अफसर पहुंचे। उन्हें व्यापारियों का विरोध झेलना पड़ा। व्यापारी बोले कि जब मार्ग को वन-वे ही करना था तो फिर डेढ़ साल पहले हमारे मकान-दुकान क्यों तोड़े।
जब सड़क चौड़ी हो चुकी है तो फिर उससे दोनों तरफ का ट्रैैफिक गुजर सकता है। व्यापारी शेखर गिरी ने कहा कि एकांगी मार्ग से क्षेत्र का व्यापारी प्रभावित हो रहा है। दोनो मार्गों को वन-वे करने से पहले अफसरों ने अध्ययन नहीं किया। एमजी रोड-बड़ा गणपति मार्ग पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है। ग्राहक दुकानों पर नहीं रुक रहे हैं। वन वे करने से पहले जरूरी है दोनों प्रमुख मार्गों से जुड़े मार्गों को जोड़ा किया जाए, ताकि वाहन चालकों को गंतव्य तक पहुंचने का विकल्प मिल सके। व्यापारियों ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस ने कुछ गलियों में भी बेरिकेड लगा दिए। इससे व्यापारी और क्षेत्र के नागरिकों को भी परेशानी हो रही है। अफसरों के आश्वासन के बाद व्यापारियों ने चक्काजाम समाप्त किया और यातायात व्यवस्था बहाल हुई।
आपको बता दे कि नगर निगम और ट्रैफिक विभाग ने सोमवार से जवाहर मार्ग और एमजी रोड के कुछ हिस्से को वन-वे किया है। पहले दिन जवाहर मार्ग पर तो वाहनों को कोई दिक्कत नहीं हुई, लेकिन एमजी रोड पर ट्रैफिक का दबाव आम दिनों की अपेक्षा ज्यादा रहा। दोनों मार्गों से जुड़े लिंक मार्गों पर भी दिनभर यातायात बाधित होता रहा। 15 दिन तक ट्रैफिक की नई व्यवस्था के बाद अफसर स्थिति का अध्ययन करेंगे।
साभार अमर उजाला