“आश्रय की अपेक्षा आत्मसम्मान और स्वावलंबन का सम्बल देना ही सच्ची मानव सेवा - डॉ. भरत शर्मा”
इंदौर कैंसर फाउंडेशन के प्रवर्तक सदस्य, वरिष्ठ उद्यमी और मध्यप्रदेश खंडेलवाल समाज के अग्रणी जिनका समर्पण और सेवा का भाव सदा ही सामाजिक सेवा में रत अनुयाइयों के लिए प्रेरित करता रहेगा ऐसे स्वर्गीय श्री सत्यनारायण खंडेलवाल जी के सुपुत्र राकेश खंडेलवाल को संस्कृति मंत्रालय सदस्य - डॉ भरत शर्मा ने माइक्रो क्रिस्टल तकनीक द्वारा बनायी गई उनकी प्रतिकृति स्मृति चिह्न के रूप में प्रदत्त करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। आपने कहा कि सामाजिक सेवा का प्रकल्प समाज सुधार और सामाजिक उत्थान के लक्ष्य से किया जाना उद्देश्य ही श्रेष्ठ होता है ।
मध्यप्रदेश में पहला रूबी नील का कारखाना धार जिले के घाटबिल्लोद में स्थापित कर आपने उद्योग जगत में अपना कदम रखा और अन्नपूर्णा मसाले के उत्पादन के अलावा, कल्याण बिल्डर के साथ आवासीय और व्यावसायिक कॉलोनी व बिल्डिंग का निर्माण करते हुए उन्होंने इंदौर कैंसर फाउंडेशन १९८८ में डॉ दिगपाल धारकर जी और अमेरिका, न्यूयॉर्क से डॉ. जतीन शाह की संलिप्तता से होलकर राजवंश की श्रीमती उषादेवी होलकर और उनके पति श्री सतीश चंद्र जी मल्होत्रा ( चेयरमैन- एम्पायर इंडस्ट्रीज, मुंबई) द्वारा पंजीबद्ध संस्था “इंदौर कैंसर फाउंडेशन” में प्रवर्तक सहयोगी के रूप में अपनी सेवाए दी।
उक्त अवसर पर समाज के वरिष्ठ पदाधिकारीगण व गणमान्य नागरिक राजीव झालानी, सुनील पटेल, वीरेंद्र पुराणिक आदि मौजूद रहे ।