राहुल गांधी का बड़ा आरोप: संवैधानिक ढांचों पर हमला और एजेंसियों का 'हथियारीकरण'
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत में चुनाव की निष्पक्षता को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं और दावा किया कि देश के संस्थागत ढांचे पर बीजेपी का पूरी तरह से कब्जा हो गया है, लेकिन विपक्ष को इसका मुकाबला करने के लिए रास्ता निकालना होगा। जर्मनी की राजधानी बर्लिन के हार्टी स्कूल में आयोजित संवाद कार्यक्रम में उन्होंने आरोप लगाया कि खुफिया एजेंसियों, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय को हथियार में तब्दील कर दिया गया है।
राहुल गांधी ने बर्लिन में आयोजित कार्यक्रम 'पॉलिटिक्स इज द आर्ट ऑफ लिसनिंग' का एक वीडियो सोमवार को अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया। उन्होंने कहा, 'हम भारत में चुनाव की निष्पक्षता को लेकर सवाल उठा रहे हैं... हमारे देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर चौतरफा हमला हो रहा है।' उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि हरियाणा की मतदाता सूची में ब्राजील की मॉडल का नाम 22 जगह पर था।
लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष ने कहा, 'हम जो सवाल उठा रहे हैं उसका जवाब निर्वाचन आयोग की तरफ से नहीं मिल रहा है।' उन्होंने कहा कि भारत में चुनावी मशीनरी में कुछ बुनियादी समस्या है। संस्थागत ढांचे पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया गया है, जब आप हमारी खुफिया एजेंसियों, सीबीआई और ईडी को देखते हैं तो पाते हैं कि इन्हें पूरी तरह से हथियार में तब्दील कर दिया गया है।'
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा,'देखिए, भाजपा के लोगों के खिलाफ ईडी और सीबीआई के कितने मामले हैं? जवाब यह होगा कि एक भी नहीं।' उन्होंने दावा किया कि ज्यादातर मामले विपक्ष के लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए हैं। ' उन्होंने आरोप लगाया कि अगर आप बड़े उद्योगपति हैं और कांग्रेस का सहयोग करने का इरादा रखते हैं, तो आपको धमकाया जाएगा। ईडी सीबीआई आ जाएगी।'
बर्लिन में राहुल गांधी चुनावी चंदे का उल्लेख करते हुए कहा कि बीजेपी के पास कांग्रेस की तुलना में बहुत ज्यादा पैसे हैं। इसलिए विपक्ष के रूप में हमें स्थिति का मुकाबला करने के लिए रास्ता निकालना होगा... लेकिन आपको समझना होगा कि हम सिर्फ भाजपा से नहीं लड़ रहे हैं, हम भारतीय संस्थागत ढांचे पर हुए उसके कब्जे से भी लड़ रहे हैं।'
साभार नवभारत टाइम्स

