जीवन को समग्र रूप से उन्नत बनाता है सहजयोग ध्यान

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सर्वव्यापी परब्रह्म शक्ति दुनिया में हर जगह मौजूद है और यही ‌शाश्वत सत्य है। ईश्वर की इच्छा के बिना एक पत्ता भी नहीं हिलता। आपकी आत्मा के दर्शन के बाद ही आपको इस शक्ति का दर्शन होता है और आप इस शक्ति को पहचानते हैं, आप इसे देखते हैं और जब यह आपके हाथों से बहने लगती है तो आप इसे पूरी गति दे सकते हैं। जब यह शक्ति आपके माध्यम से बहने लगती है, तो इस अनुभव से आप आश्चर्यचकित हो जाएँगे  आपकी मानसिक स्थिति और आपकी शारीरिक स्थिति बिल्कुल ठीक हो जाती है। सहज योग में बहुत कम लोगों को आत्मसाक्षात्कार के बाद डॉक्टर के पास जाने की ज़रूरत होती है।
सभी को अच्छा स्वास्थ्य मिलता है। अगर मानसिक समस्याएँ हैं, तो वे भी दूर हो जाती हैं। इतना ही नहीं, घर की समग्र स्थिति भी बेहतर हो जाती है। हर चीज़ को हर तरफ से बेहतर होना ही है।अगर ईश्वर आपके अंदर रहने का फैसला करते हैं - तो आपके शरीर, आपके मन, आपकी बुद्धि को स्वच्छ व संतुलित  होने की ज़रूरत होती है, तभी ईश्वर वहाँ निवास करते हैं। 
     श्री माताजी प्रणित सहजयोग ध्यान द्वारा हमारे सूक्ष्म शरीर का संतुलन स्थापित होता है। जिस प्रकार किसी भी यंत्र (मशीन) का सुचारू संचालन उसके कलपुर्जों के संतुलन पर निर्भर करता है उसी प्रकार ईश्वर द्वारा रचित मानव शरीर एक अद्भुत व अविश्वसनीय यंत्र है जो अनेक चक्रों, नाड़ियों व कुंडलिनी शक्ति के समायोजन से बना है। हम इसके बाहरी ढांचे का रखरखाव तो करते हैं परन्तु आंतरिक व आत्मिक संतुलन की ओर ध्यान नहीं देते। नतीजन अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। प्राकृतिक रूप से इन्हें सहज ही सही किया जा सकता है। आत्मिक अनुशासन व कुंडलिनी जागरण द्वारा चक्रों व नाड़ियों के संतुलन से हमारा शरीर भव्य मंदिर में परिवर्तित हो जाता है जहां समस्याओं का नहीं वरन् अनंत आनंद, प्रेम व शांति का साम्राज्य होता है।
       तो आइये परमात्मा के उस असीम प्रेम और आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए, इस मूल शक्ति के सृष्टि के मूल उस ब्रह्म से मिलन के अनमोल अनुभव का आनंद प्राप्त करने के लिए और अपनी आत्मा का योग परमात्मा से घटित करने के लिए सहज योग से जुड़ते हैं, सहजयोग पूर्णतया व सदैव निशुल्क है, अपने नज़दीकी सहजयोग ध्यान केंद्र की जानकारी टोल फ्री नंबर 1800 2700 800 से प्राप्त कर सकते हैं।

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