सैटेलाइट इमेज से हुआ खुलासा- रूस ने यूक्रेन के ड्रोन हमले से बचने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हुआ

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मॉस्को। ऑपरेशन स्पाइडर वेब के जरिए यूक्रेन ने रूस के स्वाभिमान पर चोट की है और इसका असर बहुत गहरा हुआ है। अब कई उपग्रह तस्वीरों (सैटेलाइट इमेज) से पता चला है कि रूस ने यूक्रेन के हमले से बचने की खूब कोशिश की थी, लेकिन उसकी एक न चली। यूक्रेन ने रूस की सीमा में कई हजार किलोमीटर भीतर घुसकर हमला किया और रूसी वायुसेना के 40 से ज्यादा आधुनिक विमानों, जिनमें स्ट्रैटेजिक बॉम्बर्स, ट्रांसपोर्ट विमान और एयरबोर्न वार्निंग एयरक्राफ्ट्स शामिल हैं, उन्हें तबाह कर दिया। इस हमले में रूसी सेना को बड़ा नुकसान हुआ है। 
यूक्रेन ने रूस के इन पांच एयरबेस को बनाया निशाना
बेलाया एयर बेस- साइबेरिया के इर्कुत्सक क्षेत्र में स्थित और सीमा से इसकी दूरी करीब 4500 किलोमीटर है। 
ओलेन्या एयर बेस- आर्कटिक के मुर्मांस्क में स्थित सीमा से इसकी दूरी करीब 2000 किलोमीटर है।
इवानोवो सेवेरनी एयर बेस- सीमा से 800 किलोमीटर भीतर। 
देगीलेवो एयर बेस- रेजान इलाके में स्थित- सीमा से 520 किलोमीटर भीतर।
यूक्रेन्का एयर बेस- रूस के पूर्व में स्थित- सीमा से 8000 किलोमीटर भीतर।
मैक्सर टेक्नोलॉजी ने रूस के इन एयरबेस की यूक्रेन के ड्रोन हमले से पहले और बाद की तस्वीरें साझा की हैं। इन तस्वीरों से पता चला है कि रूस को इन एयरबेस पर यूक्रेन के हमले की आशंका न के बराबर थी क्योंकि यूक्रेन की मिसाइलों की रेंज भी रूस के इनमें से कई एयरबेस तक नहीं थी। हालांकि इसके बावजूद रूस ने बचाव के उपाय किए हुए थे। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि रूस ने कई विमानों को टायरों से ढका हुआ था ताकि उन्हें सैटेलाइट से नहीं देखा जा सके। साथ ही रूसी वायुसेना ने एयरबेस के हैंगर पर जमीन पर विमानों की पेंटिंग बनाई हुई थी ताकि दुश्मन को चकमा दिया जा सके। हालांकि इस सबके बावजूद यूक्रेन का हमला इतना सटीक था कि रूस को भारी नुकसान उठाना पड़ा। 
यूक्रेन ने जिन विमानों को निशाना बनाया, उनमें ओलेन्या एयर बेस पर टीयू-22 विमान शामिल थे। ये विमान रूसी वायुसेना द्वारा दुश्मन के लड़ाकू विमानों को तबाह करने के लिए मुख्य तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा टीयू-95 बॉम्बर विमान को भी निशाना बनाया गया। टीयू-95 बॉम्बर रूसी वायुसेना का मुख्य बॉम्बर विमान है। चार इंजन टर्बोप्रॉप वाला यह इंटरकॉन्टिनेंटल विमान परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम है। ओलेन्या एयर बेस पर हमले के बाद धुएं का भारी गुबार देखा गया। 
यूक्रेन ने सेवेरनी एयरबेस पर रूसी वायुसेना के ए-50 AWACS लड़ाकू विमानों को भी तबाह कर दिया। ये विमान रूस की लड़ाकू क्षमता के लिए अहम हैं। पहले ही रूस इन विमानों को युद्ध में गंवा चुका है और अब इस हमले ने रूसी वायुसेना की ताकत को काफी बड़ा झटका दिया है। देगीलेवो एयरबेस पर इल्युशिन-आईएल-78 टैंकर विमानों को तबाह किया गया। ये विमान लड़ाकू विमानों में जेट फ्यूल भरने के काम आते हैं। यूक्रेन्का एयरबेस पर भी टीयू-95 लड़ाकू विमानों को नुकसान हुआ है। 
साभार अमर उजाला

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