एसआई ने चार साल की मासूम से किया दुष्कर्म, गहलोत सरकार पर हमलावर हुई भाजपा
दौसा। राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट में एक चार साल की मासूम के साथ सब इंस्पेक्टर (SI) ने दुष्कर्म कर दिया। पीड़िता ने घटना की जानकारी मां को दी तो बच्ची का पिता केस दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचा। यहां पुलिसकर्मियों ने उसके साथ जमकर मारपीट की जिससे उसका हाथ टूट गया। मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म की घटना को लेकर भाजपा गहलोत सरकार पर हमलावर हो गई है।
घटना लालसोट के राहुवास थाना इलाके की हैं। यहां रहने वाले एक पिता ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि शुक्रवार सुबह वह नाइट ड्यूटी कर गांव वापस आया था। दोपहर में वह सो रहा था। उसकी चार साल की बेटी और पत्नी घर में थी। इस दौरान घर के बाहर खेल रही बच्ची को सब इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह (54) बहला-फुसलाकर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। कुछ देर बाद बच्ची मां के पास पहुंची और रोते हुए घटना की जानकारी दी। आरोपी एसआई ने मासूम को 50 रुपये भी दिए थे। बेटी के कहने पर मां ने कपड़े देखे तो उसे दुष्कर्म का पता चला। उसने घटना की जानकारी अपने पति को दी। पीड़िता का पिता शिकायत करने के लिए थाने पहुंचा तो एएसआई छोटेलाल और कांस्टेबल टीकाराम ने उसके साथ मारपीट कर दी। डंडा लगने से पीड़िता के पिता का हाथ भी टूट गया।
पीड़िता के पिता के साथ हुई मारपीट के बाद हंगामा बढ़ गया। लोगों की भीड़ थाने पहुंची और सब इंस्पेक्टर को पकड़कल पिटाई कर दी। पुलिस ने लोगों की भीड़ जैसे-तैसे एसआई को छुड़ाया। घायल हालत में आरोपी एसआई को दौसा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। साथ ही दुष्कर्म के मामले में उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है। लोगों ने पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा और आरोपी एसआई के फांसी की सजा देने की मांग की है।
घटना की सूचना पर भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा और अन्य नेताओं ने राहुवास पहुंचकर प्रशासन से घटना को लेकर बात की। मीणा ने कहा कि पुलिसकर्मी ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया है। बच्ची की जांच के लिए दौसा जिला हॉस्पिटल के डॉक्टर्स का मेडिकल बोर्ड गठित किया गया है। हमारी मांग पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। स्थानीय लोगों की मांग है कि थाने के सभी कर्मचारियों को निलंबित किया जाए। पीड़ित बच्ची के पिता के साथ भी मारपीट की गई है। इस घटना में शामिल दोषियों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए और सरकारी नौकरी के साथ सुरक्षा भी दी जाए। मांगें नहीं मानी गईं तो धरना दूंगा।
साभार अमर उजाला