समाजसेवी स्व. लक्ष्मी यादव को श्रद्धांजलि देने सतना पहुंचे सीएम मोहन यादव
सतना से राजू सौदागर की रिपोर्ट
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंगलवार को सतना पहुंचकर वरिष्ठ समाजसेवी एवं म.प्र. पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य स्व. लक्ष्मी यादव के निधन पर शोक श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने शोकाकुल परिजन को ढांढस बंधाया और बाबा महाकाल से दिवंगत पुण्यात्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की। इस मौके पर जिले के प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और खजुराहो सांसद वीडी शर्मा ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए। शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. लक्ष्मी यादव पार्टी के लिए हमेशा निष्ठावान और कमर्ठता के साथ काम किया। सीएम ने कहा कि लक्ष्मी भाई को जलयोग के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई थी। दरअसल, भाजपा नेता लक्ष्मी यादव खजुराहो भाजपा नेता रविंद्र सिंह सेठी के भतीजे की शादी में शामिल होने पहुंचे थे। यह कार्यक्रम खजुराहो स्थित निजी होटल में चल रहा था। जहां फोटो सेशन के बाद लोगों के बीच खड़े होकर वे बाते कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई। बता दें कि स्व. लक्ष्मी यादव का जन्म 2 जुलाई 1960 को समाज सेवी बद्री यादव के घर हुआ था। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 80 के दशक में एपीएस यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के उपाध्यक्ष के रूप में की। वो लंबे समय तक समाजवादी आंदोलन से जुड़े रहे। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अर्जुन सिंह के करीबी रहे लक्ष्मी यादव ने 2003 में तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती के हाथों भाजपा की सदस्यता ली। श्रमिक संगठनों में सक्रिय रहने के साथ वो विंध्य चेंबर के संरक्षक भी रहे। स्थानीय राजनीति में उन्होंने किंग मेकर की भूमिका निभाई। वो स्पष्टवादी व मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे। जलयोग में भी उनकी विशेष रुचि थी।