खंडवा में बने गैस के अवैध गोदाम में करीब 40 टंकियों में ब्लास्ट होने से दहल उठा क्षेत्र
खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा में शहरी क्षेत्र में बनाए गए घरेलू गैस के एक अवैद्ध गोदाम में देर शाम आग लग गई। आग लगने के बाद गोदाम में रखी गैस की टंकियों में धीरे-धीरे विस्फोट होने लगे।
हालांकि समय रहते आसपास के घरों को क्षेत्र वासियों के सहयोग से खाली करा लिया गया था। वहीं जिला प्रशासन और फायर फाइटर टीम स्थिति को नियंत्रित करने लग गई। करीब 7:45 पर लगी आग को देर रात 12 बजे तक बुझाया जा सका। प्रशासन ने जेसीबी की सहायता से आग लगने वाले गोदाम सहित साइड के मकान के आगले हिस्से को ढहा दिया। तब जाकर फायरफाइटर की टीम ने अंदर लगी भीषण आग पर काबू पाया।
बता दें कि इस अग्निकांड में सात लोगों के घायल होने की खबर है, जिनमें से दो गंभीर घायलों को इंदौर रेफर किया गया है। फिलहाल प्रशासन ने आसपास के क्षेत्र की बिजली काट दी है। वहीं, मलबे से गैस की टंकियों को बाहर निकाला जा रहा है।
खंडवा शहर के घासपुरा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 11 में बने गैस के एक अवैद्ध गोदाम में बुधवार देर शाम भीषण आग लग गई। बताया जा रहा है कि यहां अवैध रूप से बड़ी मात्रा में गैस की टंकियों को स्टोर करके रखा जाता था। उन्हें ऊंची कीमत पर ब्लैक करके बेचा जाता था। वहीं दूसरे सिलेंडर में भी इन्हें खाली किया जाता था।
जानकारी के अनुसार दूसरे सिलेंडर में गैस रिफिल करने के दौरान ही एक सिलेंडर में आग लग गई, जिसके बाद अफरा तफरी मच गई और आग बुझाने की कोशिशें की जाने लगीं। इस दौरान आग बढ़ती देख आसपास के रहवासियों ने क्षेत्र को खाली करवाने में सहयोग किया। वहीं इसी बीच गोदाम में रखे सिलेंडर में ब्लास्ट होने लगा, जिससे आग और फैलती चली गई।
जानकारी के अनुसार गैस के इस अवैद्ध गोदाम में 100 से अधिक सिलेंडर अवैध रूप से रखे हुए थे, जिनमें से करीब 40 से अधिक सिलेंडरों में आग लगने के दौरान ब्लास्ट हो गया। हर एक ब्लास्ट के साथ आग और भीषण होती गई, साथ ही इसकी आवाज से पूरा क्षेत्र थर्रा गया। गैस के इस अवैध गोदाम में लगी इस भीषण आग से आसपास के घर भी चपेट में आ गए और दोनों ओर के घर जलने लगे। इसी बीच पुलिस प्रशासन सहित फायरफाइटर की टीम लोगों की जान माल की सुरक्षा की खातिर व्यवस्था बनते दिखाई दी।
बता दें कि यह भीषण आग देर शाम करीब 7:45 पर लगी थी, इसके बाद लगातार विकराल होती इस आग पर दो घंटे से अधिक की मेहनत के बाद रात 12 बजे तक काबू पाया जा सका। जिसे बुझाने के लिए पांच फायरफाइटर सहित नगर निगम के टैंकर बुलाने पड़े। बावजूद इसके लगभग 2 घंटे तक आग भीषण रूप से जलती रही। वहीं इस दौरान लगातार गोदाम में रखे सिलेंडर ब्लास्ट होते रहे। इसके बाद पास ही के सिंगाजी थर्मल पावर प्लांट से फोम वाला पानी मिला वाहन लेकर फायरफाइटर का दल घटनास्थल पर पहुंचा। इसके बाद कड़ी मशक्कत के चलते आग पर काबू पाया जा सका।
साभार अमर उजाला