पेट्रोल पंपों पर दो पहिया वाहन चालकों को पेट्रोल नहीं दिया जाने से आम जनता परेशान
पहले शहर का रेंगता हुआ ट्राफिक एवं सड़कों गड्ढों में सुधार करें फिर लागू करें हेलमेट
टू व्हीलर वाहन एवं हाथ में पर हेलमेट रखकर दी श्रद्धांजली; चरणबद्ध आंदोलन के बाद इंदौर शहर के बंद का आह्वान
पत्रकार खुशबू श्रीवास्तव
इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह यादव के नेतृत्व में आज यशवंत रोड गांधी भवन कांग्रेस कार्यालय के नीचे टू व्हीलर एवं हाथों में हेलमेट रखकर हार फूल की माला डालकर श्रद्धांजली दी गई जहां जिला प्रशासन पेट्रोल पंप के संचालकों ने आदेश जारी कर हेलमेट नही तो पेट्रोल नहीं का नियम बनाया है कहा है कि बिना हेलमेट के किसी को पेट्रोल नही दिया जाये। प्रशासन का यह आदेश मनमाना और असंवैधानिक है। लेकिन पेट्रोल न देना जैसा निर्णय नागरिकों के मौलिक अधिकार का हनन है। हेलमेट अनिवार्य किया जाना चाहिये मगर पहले शहर का रेंगता हुआ ट्राफिक जगह जगह जाम की स्थिती बनी रहती है। शहर की सड़कों जगह जगह खुदी है हजारों की संख्या में छोटे बड़े गड्ढे है। उनका सुधार किया जाना चाहिये। उसके बाद हेलमेट की अनिवार्यता करें जहां शहर का व्यस्त मार्गो पर टू व्हीलर वाहन 10 से 15 की स्पीड में चल नहीं पाता है। और थोड़ा आगे बढ़ने पर जाम बना रहता है। यातायात के जवान नजर नही आते है। आम जनता घंटों परेशान होती रहती है। यातायात पुलिस चालानी कार्यवाही और मोबाइल चलाने में व्यस्त रहती है। जनसंख्या के हिसाब से यातायात पुलिस विभाग में पुलिस बल की कमी है। दो हजार से अधिक चौराहे एवं त्रिकोनिया चौराहे है जहां यातायात सुधार के लिये पुलिस बल की कमी है। यातायात पुलिस बल में दो हजार से अधिक बल की आवश्यकता है। कई यातायात थानों की आवश्यकता है हेलमेट शहर के अंदर इन व्यवस्थाओं के सुधार के बाद लागू किया जाये। हेलमेट शहर में न लागू करते हुये शहर के एबी रोड एवं शहर के बाहरी क्षेत्रों में लागू किया जाये।
यादव ने बताया है की अपनी गलतियों को छुपाने और जिम्मेदार आला अफसर बचाने के लिए दोपहिया वाहन चालकों पर हेलमेट पहनने के लिए थोपे गए आदेश हैं हेलमेट पहनने को लेकर प्रशासन द्वारा की जा रही जबरदस्ती का असर सिर्फ पेट्रोल लेने तक सीमित रहा। क्योंकि इसे लागू करने में उन तथ्यों की अनदेखी की जा रही है जो धरातल पर वाहन चालकों के लिए परेशानी का कारण हैं जैसे राजबाड़ा रोड,बड़ा गणपति,पलासिया, सुभाष मार्ग, एमजी रोड, जवाहर मार्ग सहित जो भी घनी आबादी वाले क्षेत्र हैं जहां वाहनों की रफ्तार 10 से 15 किलोमीटर के बीच होती है। अफसर पहले इन सघन इलाकों में खुद दोपहिया वाहन पर घूम हकीकत से रूबरू हो शहर की ट्रैफिक व्यवस्था के मूल में कभी भी पहले से लेकर अभी तक किसी अफसर ने जाने की कोशिश ही नहीं की है। इलाकों की ट्रैफिक समस्या को समझने की एक बार फिर से असफल कोशिश करके खानापूर्ति कागजों में की जा रही है ताकि उनके कार्यकाल में ट्रैफिक अभियान चलाने की उपलब्धि भी जुड़ जाए, लेकिन इस तथ्य की पहले भी अनदेखी की गई है और अभी भी कर रहे हैं।
यादव ने कहा है कि दोपहिया चालकों की समस्या से अनभिज्ञ अधिकारी जिले में जितने भी अधिकारी पदस्थ हैं वे सभी यहां की जनता और यहां के दोपहिया वाहन चालकों की समस्याओं से अनभिज्ञ हैं क्योंकि वह कभी भी सड़कों पर उतरे ही नहीं है। है। फरमान लागू करने के पहले शिवाजी प्रतिमां जीपीओ और मधुमिलन चौराहे का हाल देख लेबे अधिकारी जरा भी फील्ड का अनुभव रख रहे होते तो इस फरमान को लागू करने के पहले उसे पर विचार अवश्य करते, क्योंकि जिस रेसीडेंसी इलाके से शहर के आला अफसर गुजरते है वहां पर आने वाले तीन प्रमुख चौराहे जिसमें जीपीओ,शिवाजी प्रतिमा और मधुमिलन चौराहा प्रमुख है। खुदी हुई सड़कों से ध्यान हटाने के लिए थोपा गया हेलमेट को शहर के बाहरी इलाकों जैसे बीआरटीएस रिंग रोड बायपास एमआर 10, एमआर 4, एमआर 5, सुपर कॉरिडोर सहित अन्य बाहरी रोड पर हेलमेट लागू किया जाए जो कि लंबी दूरी होने से वाहनों की रफ्तार स्वाभाविक रूप से 40 या उसके ज्यादा ही रहती है।
लेकिन पेट्रोल पंप पर पाबंदी लगा देना ठीक नहीं। कोई बीमार है,अस्पताल जा रहा है तो उसे भी पेट्रोल नहीं देंगे क्या।
लोगों के साथ नाइंसाफी हो रही है। पुराना शहर और पुराने बाजार है। जिसकी सड़कें संकरी है। गाड़ियों की रफ्तार दस से बीस किमी से ज्यादा की नहीं रहती। शाम के बत्ता तो चलना मुश्किल होता है। यहां हेलमेट की जरूरत कहां आन पड़ी है। कहा है की हेलमेट की जरूरत शहर के बाहर की सड़कों पर है। वहां चालान बनाने की बजाए चेतावनी दें।
यादव ने कहा है की शहर में जहां नौ विधायक एक सांसद एक महापौर और मंत्री है उन सभी को इस तुगलगी की आदेश की जानकारी तक प्रशासन ने नहीं दी और इनको पूछना भी उचित नहीं समझा सारे निर्णय प्रशासन के अधिकारियों ने वाले वाले ले लिए क्या यह अधिकारी अपनी मनमानी नहीं कर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों को पूछा तक नहीं गया और यह जनप्रतिनिधि कुंभकरण की नींद में सो रहे हैं जनता परेशान हो रही है इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा चरणबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा जिसके तहत धरना प्रदर्शन हस्ताक्षर अभियान मुख्यमंत्री का घेराव जनप्रतिनिधियों का घेराव कर ज्ञापन दिए जाएंगे उसके बाद अंतिम चरण में इंदौर शहर बंद का आह्वान किया हैं।
आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुधीर सेठिया सैलू सैन नितीश भारद्वाज भूपेंद्र केतके शेख़ सलीम सिराज खान श्याम यादव सकिल ठेकेदार राधे श्याम चौहान कमलेश पाठक चंदन सोनकिया गोविंद शर्मा राजा खान विकास जोशी राजीव शर्मा अशोक चौधरी संजय शुक्ला संतोष सोनाने कालू चौहान दीपू पंवार रवि कांत सैनी लक्ष्मण खत्री आदि कांग्रेसजन उपस्थित थे।