जिला चिकित्सालय में पदस्थ शासकीय डॉक्टर टीवी के मरीज से कहा सरकारी गोली दवाइयां से ठीक नहीं होते आप मेरे पास मेरी क्लीनिक पर प्राइवेट आओ
शिवपुरी से ऋषि गोस्वामी की रिपोर्ट
शिवपुरी जिला चिकित्सालय टीवी अस्पताल में पदस्य डॉक्टर श्री संकल्प जैन जी द्वारा एक मरीज का इलाज किया गया जो कि मरीज ग्राम गाजीगड़,तहसील बैराड़, जिला शिवपुरी टीवी अस्पताल में अपना इलाज कराने आया जिसमें डॉक्टर श्री संकल्प जैन ने मरीज का इलाज किया जिसमे श्रीमती पपीता धाकड़ जी को यह बताया की सरकारी अस्पताल की दवाइयां से आप ठीक नहीं हो सकते आप मेरी क्लीनिक पर प्राइवेट फीस देकर दिखा लीजिए मैं आपका इलाज सही से कर दूंगा और जांच भी करनी पड़ेगी बाहर से और दवाई भी लेनी पड़ेगी! यह बोलकर मरीज को गुमराह कर दिया गया और अपने पेन से क्लीनिक का नाम और डॉक्टर श्री संकल्प जैन राजश्री रोड तात्या टोपे के सामने का पता बताया गया जिसमें मरीज प्राइवेट दिखाने गया तो उसे फीस ली इसमें मरीज को प्राइवेट जांच भी करानी पड़ी और दवाइयां भी लेनी पड़ी जो दवाइया पर्चे पर लिखी गई वह डॉक्टर खुद अपनी क्लीनिक से ही पैसे से देता है और सारी जांच श्री राम पैथोलॉजी से कराई गई लेकिन मरीज को आराम नहीं मिला तो वह 5 दिन बाद फिर वापस आया जिसमें डॉक्टर ने बहुत सारी जाँचे प्राइवेट करा ली जो की उससे पहले हो चुकी थी जैसे की एक्स-रे खून की जांच इत्यादि और मरीज का पूरा प्राइवेट खर्चा ₹30000 ले लिया गया जिसमें मरीज ने बोला कि आपने इतना खर्चा कैसे बता दिया तो वह बोला कि प्राइवेट में तो इतना ही खर्च होता है फिर आपको आराम कहां से मिलेगा सरकारी दवाइयां से आपको आराम नहीं मिलेगा आप मर जाओगे और मरीज को 100% ठीक होने की गारंटी देकर मरीज को सरकारी अस्पताल से प्राइवेट लाया गया जब मरीज को कुछ आराम नहीं मिला तो मरीज ने कुछ बातें कहीं जो कि डॉक्टर ने उनकी बातों पर अनसुनी दी और डॉक्टर ने मरीज से बोला कि आप पर जो हो जाए वह कर देना मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता मरीज ने फिर इसकी शिकायत 181 पर कर दी उसके बाद डॉ श्री संकल्प जैन मरीज को कॉल करके बोल रहा है कि आप मेरी शिकायत बंद कर दीजिए नहीं तो आगे से मैं आपका इलाज नहीं कर पाऊंगा और पैसे भी नहीं दूंगा यह बोलकर फोन काट दिया जिसमें मरीज को अभी तक कोई आराम नहीं मिला है शिवपुरी CMHO मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा इससे पहले एक नोटिस दिया गया था कि आप सरकारी अस्पताल से मरीज को अपनी प्राइवेट क्लीनिक पर मरीज का इलाज नहीं कर सकेंगे।

