फरियादी को ही पुलिस ने किया गिरफ्तार

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उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में एक व्यक्ति ने अपने साथ हुई लूट की वारदात की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए नीलगंगा थाने में शिकायत की। इस दौरान पुलिस को पता चला कि फरियादी खुद एक बदमाश है और जिलाबदर भी है। यह जानकारी मिलते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि जिलाबदर बदमाश गोवर्धन उर्फ मंत्री पिता गुलाब परमार नीलगंगा थाने पहुंचा और पुलिस को बताया कि लालपुल क्षेत्र में तीन युवकों ने उसके साथ लूट की वारदात की है। उसने पुलिस को आरोपियों के नाम भी बताए, जब पुलिस आरोपियों को पकड़कर थाने लाई तो उन्होंने बताया कि गोवर्धन ने शिक्षा विभाग का काम कराने के बदले उनसे 28 हजार रुपए लिए थे।
लेकिन, न तो उसने काम किया और न ही पैसे लौटाए। इसलिए उसे बातचीत के लिए लालपुल के नीचे बुलाया था। जब उससे पैसे वापस मांगने तो गोवर्धन गाली-गलौज करने लगा। तीनों युवकों ने पुलिस को बताया कि गोवर्धन आदतन अपराधी है। 6 अगस्त 2024 को कलेक्टर ने उसे 6 महीने के लिए जिलाबदर किया था। पुलिस ने युवकों द्वारा दी गई जानकारी की जांच की गई, जो सही निकली। गोवर्धन को जिले के सीमावर्ती शहर इंदौर, शाजापुर, देवास, मंदसौर, धार और आगर मालवा से निष्कासित किया गया था। पुलिस ने जिलाबदर के उल्लंघन के आरोप में गोवर्धन को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि एक पैर से दिव्यांग गोवर्धन के खिलाफ विभिन्न थानों में 13 से अधिक अपराध दर्ज हैं। तराना थाने में उसके खिलाफ मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा जैसे मामले भी दर्ज हैं। उसकी आपराधिक गतिविधियों के चलते उसे जिलाबदर किया गया था।
साभार अमर उजाला

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