महाविकास आघाडी में खींचतान शुरू, उद्धव की शिवसेना के लिए मुंबई और पूर्वी विदर्भ की सीटें छोड़ने को तैयार नहीं कांग्रेस

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मुंबई. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर महाविकास आघाडी (MVA) में खींचतान शुरू हो गई है. पहले खबर आ रही थी कि सीट शेयरिंग फॉर्मूला लगभग-लगभग फाइनल हो गया है विधानसभा की 288 में से 260 सीटों पर बंटवारे पर सहमति बन गई है. लेकिन अब कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (यूबीटी) में कुछ सीटों को लेकर खींचतान की खबर आ रही है.  
कांग्रेस पूर्वी विदर्भ में शिवसेना यूबीटी के लिए एक भी सीट छोड़ने को तैयार नहीं है. कांग्रेस का दावा है कि पार्टी में दोफाड़ होने के बाद शिवसेना की वहां कोई मौजूदगी नहीं है. वहीं शिवसेना यूबीटी उन सीटों की मांग कर रही है, जहां कांग्रेस कभी जीत हासिल नहीं कर सकी है.
मुंबई की दो सीटों को लेकर भी शिवसेना और कांग्रेस आमने-सामने है. शिवसेना का दावा है कि कांग्रेस जीतने वाली सीटें चाहती है. कांग्रेस ने एनसीपी (एसपी) द्वारा दावा की गई सीटों पर भी दावा ठोक दिया है. गुरुवार को एमवीए सीट बंटवारे की बैठक में शिवसेना यूबीटी ने 'सांगली पैटर्न' लागू करने की धमकी दी.
दरअसल, 2014 के लोकसभा चुनाव में  सांगली लोकसभा सीट शिवसेना यूबीटी के खाते में गई थी. इसके बाद कांग्रेस टिकट के दावेदार विशाल पाटील ने बगावत कर दी थी. कांग्रेस नेताओं ने विशाल पाटील को का समर्थन किया और उन्हें जीत भी मिली.
बैठक के अंत में एमपीसीसी अध्यक्ष नाना पटोले ने बैठक में कहा कि 28 सीटों पर विवाद है जिसे कांग्रेस आलाकमान सुलझा लिया जाएगा. एमवीए के एक सूत्र ने बताया कि जिन 28 सीटों पर अभी सहमति नहीं बन सकी है, वो मुंबई और विदर्भ क्षेत्र की हैं. विदर्भ क्षेत्र की ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने दावा किया है. मुंबई की जिन तीन सीटों पर विवाद है, उनमें वर्सोवा, बायकुला और धारावी शामिल है.
साभार आज तक

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