मध्यप्रदेश में खाद संकट को लेकर उमंग सिंघार का सरकार पर हमला, कहा 'अन्नदाताओं पर बरसाई जा रही लाठियां, बीजेपी के लिए किसान सिर्फ वोट बैंक'
रणजीत टाइम्स-
मध्यप्रदेश में खाद की भारी किल्लत ने कई जगह किसानों को सड़कों पर उतरने को मजबूर कर दिया है। इस बीच नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भोपाल में एक प्रेसवार्ता कर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने खाद की मांग और वितरण के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई, जिसके चलते किसानों को अफरा-तफरी और संकट का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश की अर्थव्यवस्था और रीढ़ किसान हैं, उन्हीं को खाद के लिए लाठियां झेलनी पड़ रही हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार को खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए खाद ट्रांसपोर्ट करने वाली गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगाना चाहिए और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए इस समस्या का निदान करना चाहिए।
खाद संकट पर सरकार को घेरा
उमंग सिंघार ने सरकार खाद की कमी को लेकर भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने सवाल किया कि बीजेपी सरकार किसानों को खाद उपलब्ध क्यों नहीं करा पा रही है। उन्होंने कहा कि 'पीएम मोदी ने कहा था कि हम किसानों का आय दुगनी कर देंगे। किसानों का आय दुगनी कब होगी.. जब किसानों को समय पर खाद मिलेगी और उनकी फसल पकेगी। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जी पंजाब घूम रहे हैं लेकिन मध्यप्रदेश के किसानों को भूल गए हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव जी कांग्रेस की पहल पर स्कूटी बाँट रहे है.. लेकिन किसानों को खाद की बोरी भी बांट दी जाती तो वे आज बेहाल न होते।'
उन्होंने कहा कि क्या कारण है कि प्रदेश में हर साल खाद की समस्या गहराती है? क्या भाजपा सरकार किसानों को केवल वोट बैंक समझती है? किसान हमारी धरती का भगवान है। उसके पसीने से अन्न उगता है। और जब वही किसान खाद, पानी और न्यूनतम दाम के लिए तरस जाए तो यह सरकार की नाकामी का सबसे बड़ा सबूत है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मध्यप्रदेश प्रदेश की पुलिस किसानों पर जिस तरह लाठियां बरसा रही है वह सरासर गलत है। किसानों को खाद की जगह सिर्फ लाठियां मिल रही हैं। बीजेपी सरकार किसानों की आय दुगनी करने की बात करने के बाद उनपर लाठी बरसा रही है।
बीजेपी सरकार पर लगाए आरोप
इसी के साथ उमंग सिघार ने ये सवाल भी किया कि केंद्र सरकार के आँकड़ों में खाद सरप्लस दिखाई गई तो फिर किसानों तक खाद क्यों नहीं पहुँची है। उन्होंने कहा कि 'पिछले तीन सालों में मध्यप्रदेश में 16.25 LMT यूरिया और 7.11 LMT DAP बची बताई गई।
सरकारी आँकड़े कहते हैं कि प्रदेश में खाद की उपलब्धता हर साल खपत से ज़्यादा रही.. यानी खाद बची हुई थी। फिर सवाल है कि खाद थी तो किसानों तक क्यों नहीं पहुँची?' उन्होंने कहा कि सरकार इस बात का जवाब दे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सीएम मोहन यादव, शिवराज सिंह चौहान और जेपी नड्डा जी.. तीनों मिलकर भी किसानों की समस्या हल नहीं कर पा रहे हैं या फिर इन तीनों नेताओं के बीच तालमेल की भारी कमी है। उन्होंने कहा कि सरकार लीपापोती करती है भाषणबाजी करती है लेकिन किसानों के आंसू नहीं पोंछना चाहती है।

