अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की जमकर तारीफ की, बोले- भविष्य देखना है तो भारत आओ
नई दिल्ली। हाल के दिनों में भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों में कड़वाहट तब देखने को मिली, जब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के फ्रीज खातों को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने सवाल उठाया। अमेरिका ने कहा कि वह भारत में लोकसभा चुनाव 2024 से ऐन पहले विपक्ष के नेताओं और पार्टियों पर हो रहे ऐक्शन के बाद लगातार नजर बनाए हुए है। इस दखलअंदाजी के जवाब में भारत ने अमेरिका को दूर रहने की सलाह दी थी। अब अमेरिका के भारत को लेकर तेवर ढीले पड़ने लगे हैं। अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि अगर कोई दुनिया का भविष्य देखना चाहता है तो उसे यहां आना चाहिए।
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की विकास यात्रा की सराहना करते हुए कहा है कि अगर कोई "भविष्य देखना" चाहता है, तो उसे यहां आना चाहिए। एक कार्यक्रम में बोलते हुए, उन्होंने कहा, "यदि आप भविष्य देखना चाहते हैं, तो भारत आएं। यदि आप भविष्य को महसूस करना चाहते हैं, तो भारत आएं। यदि आप भविष्य पर काम करना चाहते हैं, तो भारत आएं। मुझे ऐसा करने का बड़ा सौभाग्य मिला है।"
दूसरी तरफ अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी भारत के साथ देश के संबंधों की सराहना करते हुए कहा कि साझेदारी "नई ऊंचाइयों पर चली गई है"। सुलिवन ने अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ‘‘ब्रिक्स में शामिल देश भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी प्रौद्योगिकी, सुरक्षा और कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग के कारण नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है।’’
बता दें कि ब्रिक्स दुनिया की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात इसके सदस्य हैं।
सुलिवन से जब पूछा गया कि ईरान, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात और इथियोपिया के ब्रिक्स में शामिल होने और सऊदी अरब के इसका हिस्सा बनने पर विचार करने के मद्देनजर क्या दुनिया में अमेरिकी नेतृत्व की स्थिति कमजोर हो रही है। इसके जवाब में सुलिवन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अगर आप दुनिया के प्रमुख क्षेत्रों में अमेरिका की भूमिका और उसके संबंधों को देखें, तो हम अपनी स्थिति को देखकर अच्छा महसूस करते हैं।’’
साभार लाइव हिन्दुस्तान