विमुक्त जाति दिवस समारोह इंदौर में सम्पन्न
सरकारी योजनाओं की जानकारी, इतिहास का स्मरण और समाज को मुख्यधारा से जोड़ने का आह्वान
राजेश धाकड़
इंदौर। विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्धघुमक्कड़ जातियों के कल्याणार्थ शहर में “विमुक्त जाति दिवस” का भव्य आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे और इस ऐतिहासिक दिवस के महत्व को साझा किया।
सरकारी योजनाओं की जानकारी
समारोह में पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विमुक्त घुमक्कड़-अर्धघुमक्कड़ कल्याण बोर्ड के सहायक आयुक्त श्री अनिल जी सोनी ने शिरकत की।
पात्र लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ प्राथमिकता से पहुँचाया जाएगा।” – श्री अनिल जी सोनी
उन्होंने समाज को विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए भरोसा दिलाया कि कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर पात्र परिवार तक पहुँचाया जाएगा।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का स्मरण
मुख्य अतिथि श्री गोरेलाल जी भाई साहब ने ब्रिटिश शासनकाल का उल्लेख करते हुए कहा इन जातियों को अंग्रेजों ने आपराधिक जनजाति घोषित कर दिया था, किंतु 31 अगस्त 1952 को इन्हें मुक्ति मिली। यही कारण है कि यह दिन विमुक्त जाति दिवस के रूप में मनाया जाता हैं
समाज की मुख्यधारा में सहभागिता का आह्वान
संत श्री राधे चैतन्य महाराज जी ने समाजजनों से आग्रह किया कि वे मुख्यधारा में सक्रिय रूप से जुड़ें।,“राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष में समाज की सक्रिय भागीदारी अनिवार्य है।” – संत श्री राधे चैतन्य महाराज
आयोजन का उद्देश्य और लाभ
सहसंयोजक दीपक गोविंद चौहान ने कहा,इस आयोजन के माध्यम से समाज को योजनाओं की जानकारी मिली और विमुक्त दिवस मनाने का ऐतिहासिक कारण भी स्पष्ट हुआ।”
इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य उपस्थित रहे,
अशोक जी अधिकारी बीजेपी वरिष्ठ कार्यकर्ता,दिपक चौहान घुमंतू कार्य जिला संयोजकपुष्पेंद्र पाटीदार पार्षद,महेश जी जोशी,सामाजिक कार्यकर्ता: रमेश राठौड़, करण नायक, जितेंद्र राठौर, रमेश नायक,एड. सीमा नायक,संस्था सचिव चेतन भोसले,संदीप रहाणे, पंकज पाटिल, पंकज पवार सहित अनेक समाज प्रमुख
समारोह को समाज के अधिकारों, कल्याणकारी योजनाओं और जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना गया।

