युवा मोर्चा आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर ‘मॉक पार्लियामेंट’ का आयोजन हुआ
इंदौर। भारतीय जनता युवा मोर्चा कांग्रेस द्वारा देश में लगाए गए आपातकाल के काले अध्याय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर लोकतंत्र पर हुए हमले की स्मृति में पूरे देश में मॉक पार्लियामेंट्स (युवा संसद) आयोजित की जा रही है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष श्री सौगात मिश्रा ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में मॉक पार्लियामेंट गांधी हॉल में संपन्न हुई। सभी अतिथियों द्वारा दीपप्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर जी,कैबिनेट मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय जी,संभाग प्रभारी श्री राघवेंद्र गौतम जी,नगर अध्यक्ष श्री सुमित मिश्रा जी, महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव जी,युवा मोर्चा राष्ट्रीय महासचिव श्री रोहित चहल जी एवं युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष श्री वैभव पवार जी,श्री स्वप्निल कोठारी,श्री मयंक भदोरिया, श्री प्रतीक श्रीवास्तव की गरिमापूर्ण उपस्थित रही।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आपातकाल की विभीषिका विषय पर आयोजित मॉक पार्लियामेंट में युवाओं बौद्धिक अभ्यास के साथ राजनीतिक चेतना को लोकतांत्रिक मर्यादाओं से जोड़ने का अभ्यास सिद्ध हुआ। युवाओं ने राष्ट्र, संविधान और शासन तंत्र से जुड़े ज्वलंत विषयों पर विमर्श कर यह सिद्ध कर दिया कि नया भारत विचारशील है।
आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का वह काला अध्याय है, जिसे इतिहास कभी माफ नहीं कर सकता। अब इस त्रासद घटना को पूरे 50 वर्ष हो चुके हैं, किंतु उसका असर अब भी राष्ट्र की चेतना में है। वह कालखंड हमें सिखाता है कि जब संविधान की आत्मा को कुचलने और लोकतंत्र की आवाज दबाने का प्रयास हो, तब राष्ट्र को सत्य, साहस और संघर्ष के मार्ग पर डटकर खड़ा होना चाहिए।
केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने कहा कि हमारे देश की संवैधानिक परंपरा को कुचलने का दुस्साहस कांग्रेस सरकार द्वारा आपातकाल लगाकर किया गया। इस बर्बरतापूर्ण तानाशाही ने लिखने और बोलने की स्वतंत्रता, प्रेस की आज़ादी, विचार रखने की स्वतंत्रता को छीन लिया। यही नहीं, पूरे देश में एक लाख से अधिक राष्ट्रप्रेमियों को कांग्रेस ने जेल में ठूस दिया। “इंडिया इज इंदिरा, इंदिरा इज इंडिया” का नारा देने वाली कांग्रेस ने यह साबित कर दिया की सत्ता पहले, संविधान बाद में।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष श्री सुमित मिश्रा ने कहा कि यह आयोजन हमें आपातकाल जैसे काले अध्याय से सीख लेकर लोकतंत्र, संविधान और नागरिक अधिकारों की रक्षा के प्रति सदैव समर्पित रहने का प्रेरणादायी संदेश देता है।
इस अवसर पर महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि 1975 में लगाए गए आपातकाल ने संविधान,मौलिक अधिकारों और स्वतंत्र पत्रकारिता तक को कुचल दिया था। इस प्रकार के आयोजन युवाओं के बीच होना बहुत महत्वपूर्ण है जिससे की युवाओं में लोकतांत्रिक चेतना और संविधान के प्रति सम्मान का भाव जागृत होता है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री वैभव पंवार ने बताया कि यह आयोजन संसद जैसी संरचना और प्रक्रिया पर आधारित हुआ जिसमें इंदौर के युवा छात्र-छात्राएं शामिल हुए एवं पूरी गतिविधि संसद की कार्यवाही की तरह संचालित की गई। जिसमें युवा प्रतिनिधि सांसदों की भूमिका में रह कर विचार-विमर्श किया युवा संसद का उद्देश्य युवाओं को भारत की संसदीय कार्य प्रणाली से परिचित कराना और उन्हें आपातकाल जैसे लोकतंत्र विरोधी घटनाक्रमों की ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत कराना है।