शाज़िया निसार के बाद अब सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कीर्ति पटेल
✍️ राजेश धाकड़
कुछ ही दिन पहले भारत 24 की पूर्व एंकर शाज़िया निसार और उसके सहयोगी आदर्श झा को 65 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने और ब्लैकमेलिंग सिंडिकेट चलाने के आरोप में नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अब उसी कड़ी में एक और नाम सुर्खियों में है — सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कीर्ति पटेल।
2 करोड़ की वसूली, 1 साल तक पुलिस को चकमा
गुजरात की मूल निवासी कीर्ति पटेल को हाल ही में सूरत पुलिस ने अहमदाबाद के सरखेज इलाके से गिरफ्तार किया। आरोप है कि उन्होंने एक बिल्डर को हनीट्रैप में फंसा कर 2 करोड़ रुपये की वसूली की। यह मामला 2 जून 2024 को सूरत के कापोद्रा थाने में दर्ज हुआ था। कुल छह आरोपियों में से चार पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे, जबकि कीर्ति पटेल एक साल तक फरार रही।
पुलिस के अनुसार, कीर्ति लगातार अपने मोबाइल नंबर, सिम कार्ड और आईपी एड्रेस बदलती रही और सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट्स से सक्रिय बनी रही। उसकी इंस्टाग्राम पर आखिरी पोस्ट, गिरफ्तारी से ठीक 5 दिन पहले, एक बच्चों के इवेंट की थी।
13 लाख फॉलोअर्स, गालियों से बनी ‘ग्लैमरस क्रिमिनल’
कीर्ति पटेल के इंस्टाग्राम पर 13 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। उसकी पहचान बोल्ड, आक्रामक और विवादास्पद कंटेंट के लिए रही है — कभी मोटरसाइकिल पर स्टाइलिश वीडियो, कभी धार्मिक आयोजनों की तस्वीरें और कभी गाली-गलौज से भरे वीडियो क्लिप, जो अक्सर वायरल हो जाते थे।
गुजराती में दी गई गालियों के कुछ वीडियो को 40-40 लाख से भी ज्यादा बार देखा गया। कुछ का कहना है कि उसने ‘गालियों के ग्लैमराइजेशन’ में अग्रणी भूमिका निभाई। सोशल मीडिया पर अपनी धमक जमाने के साथ-साथ कीर्ति पर जमीन हड़पने, मारपीट, धमकी, वन्यजीव अधिनियम उल्लंघन और हत्या के प्रयास जैसे संगीन आरोपों में 10 एफआईआर दर्ज हैं।
वृद्ध दंपत्ति से फ्लैट हड़पने का भी आरोप
एक मामले में एक वृद्ध दंपत्ति ने आरोप लगाया कि कीर्ति ने किराए पर फ्लैट लेने के बहाने उनके करोड़ों के फ्लैट पर कब्जा जमा लिया। कई मामलों में वह जुर्माना भर चुकी है और कुछ में ज़मानत पर है।
गिरफ्तारी के बाद ‘स्टाइल में हवालात’
गिरफ्तारी के बाद कीर्ति को सूरत जिला अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में लाजपोर जेल भेज दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, वह अब भी जेल में ‘ढिंचाक स्टाइल’ में रह रही है और उसे जल्द ज़मानत मिलने की उम्मीद है — जैसा कि कई हाई-प्रोफाइल हनीट्रैप मामलों में देखा गया है।
निष्कर्षतः,
कीर्ति पटेल का मामला न सिर्फ सोशल मीडिया की ताकत और उसके दुरुपयोग की कहानी कहता है, बल्कि यह भी बताता है कि कैसे वर्चुअल पॉपुलैरिटी की आड़ में अपराध की वास्तविक दुनिया पनप रही है। सवाल यह है कि हम ऐसे मामलों से क्या सबक लेंगे?