द्रोण देसाई ने दीवान बल्लूभाई कप अंडर-19 मल्टीडे टूर्नामेंट में बल्ले से मचाई तबाही, 7 छक्के, 86 चौके और 498 रन...
18 साल के द्रोण देसाई ने दीवान बल्लूभाई कप अंडर-19 मल्टीडे टूर्नामेंट के दौरान 498 रन बनाकर रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करवाया. उन्होंने अपनी पारी से मैदान में गदर काट दिया. मंगलवार को गांधीनगर के शिवाय क्रिकेट मैदान पर द्रोण ने जेएल इंग्लिश स्कूल के खिलाफ अपने स्कूल सेंट जेवियर्स (लोयोला) के लिए यह प्रचंड पारी खेली.
द्रोण देसाई ने अपनी मैराथन पारी के दौरान 320 गेंदों का सामना किया, इसमें सात छक्के और 86 चौके शामिल थे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक- यह वार्षिक टूर्नामेंट सेंट्रल बोर्ड ऑफ क्रिकेट अहमदाबाद द्वारा आयोजित किया जाता है जो गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अंतर्गत आता है.
देसाई ने मैच के बाद कहा कि वह इस बात से निराश हैं कि वह 500 रन के आंकड़े से चूक गए क्योंकि उन्हें नहीं पता था कि वह इस रिकॉर्ड के इतने करीब हैं. देसाई ने कहा- मैदान में कोई स्कोरबोर्ड नहीं था और मेरी टीम ने मुझे नहीं बताया कि मैं 498 रन पर बल्लेबाजी कर रहा हूं, मैंने स्ट्रोक खेला और आउट हो गया लेकिन मुझे खुशी है कि मैं उन रनों को बनाने में कामयाब रहा.
द्रोण ने कहा- मैंने सात साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया और मेरे पिता ने मुझे बहुत पुश किया क्योंकि उन्हें लगा कि मेरे अंदर एक अच्छा क्रिकेटर बनने की क्षमता है. वह मुझे जेपी सर (जयप्रकाश पटेल) के पास ले गए जिन्होंने 40 से ज्यादा क्रिकेटरों को कोचिंग दी थी. मैं क्लास 8 से 12 तक मैं सिर्फ अपनी परीक्षाओं के लिए स्कूल जाता था. मैंने बस क्रिकेट खेलना जारी रखा और उम्मीद है कि एक दिन मैं नाम कमाऊंगा.
द्रोण देसाई की पारी के बदौलत उनकी टीम ने जेएल इंग्लिश स्कूल पर एक पारी और 712 रन से जीत दर्ज की. अपनी टीम के लिए तीसरे नंबर के बल्लेबाज देसाई गुजरात अंडर 14 टीम के लिए खेल चुके हैं और अब उन्हें राज्य की अंडर 19 टीम में जगह मिलने की उम्मीद है. उनका कहना है कि सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी देखने के बाद उन्हें खेल में उतरने की प्रेरणा मिली.
देसाई इतना बड़ा स्कोर बनाने वाले देश के छठे बल्लेबाज बन गए हैं. इससे पहले मुंबई के प्रणव धनावड़े (नाबाद 1009), पृथ्वी शॉ (546), डॉ. हवेवाला (515), चमनलाल (नाबाद 506) और अरमान जाफर (498) एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे हैं.
साभार आज तक