खबर का असर- बामनिया रेल्वे स्टेशन पर प्रवेश मार्ग के दुरस्तीकरण का कार्य हुआ आरंभ
लोगों की मांग कार्य हो गुणवत्ता के साथ
झाबुआ : राजेश सोनी
बामनिया रेल्वे स्टेशन तक पहुंच मार्ग की जर्जर अवस्था और प्रवेश के स्थान पर लगाए गए बेरिकेडस के समीप तक के जर्जर एवं उबड- खाबड मार्ग से लोगों को अब निजात मिलने वाली है। रेल्वे द्वारा इस मार्ग के दुरूस्तीकरण का कार्य आरंभ कर दिया है। गौरतलब है कि रणजीत टाइम्स ने 1 मई को आमजन की इस समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद रेल्वे ने इस जर्जर मार्ग की सुध ली और मरम्मत कार्य आरंभ किया। लम्बे समय बाद मिलने वाली आवागमन की सुविधा को लेकर लोगों ने कार्य की गुणवत्ता की मांग की है।
ये है मामला-
बामनिया रेल स्टेशन पर मुख्य सडक मार्ग से पहुंच मार्ग लम्बे समय से जर्जर अवस्था रहा है। स्टेशन से बाहर निकलने के लिए बने टीनशेड तक तो रेल्वे द्वारा सीमेंटीकरण किया हुआ है किन्तु उसके ठीक बाद लगाए गए लोहे के पाईप से बनाए गए बेरिकेडस के समीप ही फर्श क्षतिग्रस्त हो रहा है, जबकि बेरिकेडस के बाद कच्चा मार्ग है। अपने गतंव्य तक रेल यात्रा करने के लिए स्टेशन में प्रवेश एवं रेल यात्रा कर स्टेशन से बाहर आने के समय बेरिकेडस वाले भाग में क्षतिग्रस्त फर्श के कारण यात्रियों को गिरते पडते देखा जा रहा है ऐसे में अक्सर यहां गंभीर चोट एवं हादसे की भी आशंका बनी हुई है। खासकर सुबह दाहोद-भोपाल डीएमयू ,उज्जैन-दाहोद मेमू ,एवं सांयकालीन दाहोद-उज्जैन मेमू, कोटा- वडोदरा पार्सल यात्री गाडियों के समय यहां यात्रियों की आवाजाही अधिकतम रहती है जिन्हें बेरिकेडस के सीमित स्थान से जल्दी में निकलना पडता है, ऐसे समय यात्रियों का ध्यान भी स्टेशन के अन्दर प्रवेश करने और बाहर निकलने में रहता है और इसी क्षेत्र में टूटे फूटे एवं असमतल फर्श पर फिसलने ,गिरने की घटना होती रहती है। आरंभ में तो रेल्वे द्वारा बेरिकेडस के रूप में लोहे की एंगल कटिंग कर लगा दी थी।
जिससे काफी समय यात्रियों को आवाजाही में तकलीफ उठानी पडी थी बाद में यहां लोहे के पाईप लगाए गए किन्तु इस क्षेत्र के असमतल और उबड खाबड फर्श को दुरूस्त नहीं किया गया जो आज भी समस्या बना हुआ है।
इनका कहना हैं -
समस्या को लेकर आपके द्वारा अवगत करवाया गया था, कार्य आरंभ किया गया हैं, बेहतर सुविधा मिल सके ऐसे प्रयास किये जायेंगे।
मिलिंद सोनवने, आईओ डब्लू, प्रभारी,मेघनगर

