शिवपुरी जिले में कृषि खनियाधाना, जिला शिवपुरी की उपमंडी बमोर में कराई जा रही लाखों रुपए की मंडी टैक्स की चोरी
दैनिक रण जीत टाइम्स संवाददाता जगदीश पाल
शिवपुरी कृषि उपज मंडी समिति खनियाधाना, जिला शिवपुरी की उपमंडी बमोर में कराई जा रही लाखों रुपए की मंडी टैक्स की चोरी सचिव बलवीर सिंह यादव ग्वालियर - शिवपुरी जिले की मंडियां टैक्स चोरी के मामलों में हमेशा चर्चा में रही हैं। अभी हाल ही में एक प्रकरण शिवपुरी मंडी का प्रकाश में आया था, जिसमें विश्वनाथसिंह सचिव को प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड भोपाल ने अपने आदेश क्रमांक 1779 दिनांक 14/05/25 से निलंबित किया गया था।मंडी खनियाधाना का प्रकरण इससे भी गंभीर है। जब हमारी टीम खनियाधाना की उपमंडी बमोर में समाचार कवरेज करने पहुँची तो वहाँ पर मंडी टैक्स की चोरी का बहुत बड़ा मामला सामने आया। शासन ने करोड़ों रुपए खर्च करके उपमंडी बमोर का निर्माण कराया, लेकिन मंडी प्रांगण में कृषि उपज का कोई क्रय-विक्रय नहीं हो रहा था। गेट बंद, चेकपोस्ट बंद, कार्यालय बंद, कर्मचारी नदारद। संपूर्ण कृषि उपज की तौल बिना नीलामी के मंडी प्रांगण के बाहर मेन रोड चंदेरी-पिछोर रोड पर देवराज ट्रेडर्स, गुरु मा ट्रेडर्स, शिंघई ट्रेडर्स एवं अन्य फर्मों पर की जा रही थी, जिससे किसानों का शोषण हो रहा है। किसानों को अपनी उपज का न तो सही भाव मिल रहा है और न ही सही तौल, जिससे मंडी में लाखों रुपए मंडी टैक्स की चोरी प्रति दिन हो रही है, जिससे सचिव अपनी जेबें भर रहे हैं।चंदेरी-पिछोर रोड पर उपस्थित मंडी कर्मचारी चंद्रभान यादव से हमारी टीम द्वारा पूछा गया कि कृषि उपज की नीलामी क्यों नहीं कराई जाती तथा रसीदें क्यों नहीं काटी जातीं, तो कर्मचारी ने बताया कि "बलवीर दाऊ तथा मृदुल जैन से बात करो, मुझे कुछ नहीं मालूम।" बलवीर सिंह यादव सचिव तथा मृदुल जैन सहायक उप निरीक्षक गलत कार्य करने में माहिर हैं क्योंकि लगभग 3-4 वर्ष पूर्व खनियाधाना मंडी में ही बलवीर सिंह यादव के द्वारा लगभग 24 लाख का गबन कराया गया था एवं मृदुल जैन को गलत कार्य करने के कारण मंडी बोर्ड ने अपने आदेश क्रमांक 1971 दिनांक 10/10/24 से निलंबित कर दिया था।लेकिन बलवीर यादव सचिव एवं मृदुल जैन सहायक उप निरीक्षक ने मंडी बोर्ड के अधिकारियों पर रिश्वत की बरसात करके अपनी पदस्थापना पिछोर मंडी में करवा ली तथा खनियाधाना मंडी का अतिरिक्त प्रभार लेकर अपने पुराने ढर्रे पर चलने लगे एवं गलत कारनामों को अंजाम देने लगे।माननीय कृषि मंत्री महोदय एवं प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड भोपाल अपने को किसानों का हितैषी बताकर वाहवाही लूटते हैं, दूसरी तरफ खनियाधाना मंडी की उपमंडी बमोर में अपने कर्मचारियों से सीधा किसानों का गला कटवा रहे हैं। अब कहाँ गई प्रबंध संचालक ई मंडी अब देखना ये है कि इस खबर का कितना असर प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड भोपाल पर पड़ता है या कान में उंगली डालकर मूक दर्शक बनकर गलत कार्य करने के लिए अपने कर्मचारियों को मौन स्वीकृति देते रहेंगे।

