इंदौर में लगे 'कला एवं शिल्प उत्सव' में मणिपुर की कला
ब्यूरो चीफ अनिल चौधरी
इंदौर। देश के इस पूर्वी खूबसूरत राज्य मणिपुर की एक खूबसूरत कला इंदौर के ढक्कन वाला कुआं के ग्रामीण हाट बाजार में चल रहे 'कला एवं शिल्प उत्सव' में आई है। इसका आयोजन इंदौर की 'अनंत जीवन सेवा एवं शोध समिति' ने किया है। इस बार शिल्प बाज़ार में 75 से ज्यादा स्टॉल पर देशभर और प्रदेश का शिल्प मौजूद है।
वीओ।अनंत जीवन सेवा एवं शोध समिति की अध्यक्ष ज्योति कुमरावत ने बताया कि 'गांधी शिल्प बाज़ार' का आयोजन 2 जून तक किया जा रहा है। संस्था प्रदेशभर में इस तरह के आयोजन करती रही है। शिल्प बाज़ार में इस बार मुरादाबाद का पीतल का काम, मेटल से बने सजावटी सामान को लेकर आए है। इसके अलावा यहां साड़ी, जैकेट, सूखे मेवे, सारंगपुर का फर्नीचर, भदोई का कारपेट, आयुर्वेदिक सामान, लेदर वर्क, भागलपुर की साड़ी और सूट, ब्लॉक प्रिंट, महेश्वरी, चंदेरी, बाग और बनारसी साड़ियां, लखनऊ का चिकन वर्क, खादी के कुर्ते एवं शर्ट, दिल्ली की जूलरी, बुटिक प्रिंट, खुर्जा के चीनी मिट्टी के बर्तन एवं आकर्षक गमले, हैदराबादी पर्ल जूलरी, खादी के हर्बल प्रोडक्ट लेकर शिल्पकार और हस्तशिल्पी आए हैं। शिल्पकार और बुनकरों को अपने उत्पाद प्रदर्शित करने के लिए यह मंच दिया गया है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं । प्रदर्शनी में मणिपुर की लॉन्गलेन चानू वहां की कौना घास से बना सामान लाई है। चानू के पास इस घास से बने बैग, लांड्री बॉक्स, पिकनिक बास्केट, फ्रूट बास्केट से लेकर गिफ्ट हैंपर पैक करने के लिए बास्केट मौजूद है। ऐसी ही एक कला मध्यप्रदेश के उज्जैन की श्यामा देवी लेकर आई है। उनके पास सजावटी सामान में तोरण, मांडना लटकन, सजावटी मटकी और गोबर से बनी खूबसूरत शिल्प है। प्लाईवुड पर बने खूबसूरत मांडना है, जो सजावट में लिए दीवारों पर लगाए जा सकते हैं।
कला एवं शिल्प उत्सव' में मेरठ के मोहम्मद अमन खादी के कुर्ते शर्ट और नेहरू जैकेट लेकर आए हैं। पुश्तैनी काम को आगे बढ़ा रहे हैं। कहते हैं कि धागे से लेकर सिलाई तक घर में ही होती है। पहले से ही इसकी मांग रही है, लेकिन अब युवा भी पसंद करते हैं। गर्मियों में पहने जाने वाला सबसे पसंदीदा कपड़ा कहलाता है। बनारस के अमन परवेज के पास शादियों के सीजन को देखते हुए बनारसी साड़ी ही नहीं, खूबसूरत बनारसी ड्रेस मटेरियल भी है, जो किफायती दामों में उपलब्ध है। जयपुर के जावेद कुरैशी मार्बल का सजावटी सामान लेकर आए है। मकराना मार्बल में बने शेर, हाथी, स्टैंड, फव्वारे और सजावटी सामान लुभा रहे हैं। इनके पास अफगानी पत्थर पर तराशी गई सजावटी वस्तुएं भी है।

