नारायण सेवा संस्थान का निःशुल्क कृत्रिम अंग माप शिविर — 402 दिव्यांगों के अंधकारमय जीवन में लाएगा नई रोशनी
ब्यूरो चीफ अनिल चौधरी
इंदौर। मानव सेवा को समर्पित नारायण सेवा संस्थान एक बार फिर अपने सेवा कार्यों से समाज को प्रेरित करते हुए रविवार को इंदौर के गुरु अमरदास बैंक्वेट हाॅल में निःशुल्क ऑपरेशन जांच-चयन और नारायण लिंब व केलिपर्स माप केम्प का आयोजन किया। शिविर में प्रदेशभर से आए 350 दिव्यांगजनों का लाभ के लिए चयन किया।
संस्थान निदेशक वंदना अग्रवाल ने बताया कि "हमारा उद्देश्य दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाना है। यह शिविर न केवल अंग प्रदान करता है, बल्कि उनके जीवन में उम्मीद और उजाले की नई शुरुआत करता है।यह शिविर उन लोगों के लिए आशा की किरण बनकर आया है जो किसी दुर्घटना, बीमारी या जन्म से अंगहीनता जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। शिविर में आधुनिक तकनीकों द्वारा निर्मित कृत्रिम हाथ-पैर का माप लिया गया।दो माह बाद इन्हें एक नया आत्मविश्वास और स्वतंत्र जीवन जीने की दिशा में सहायता मिलेगी। इस शिविर का उद्घाटन पूज्य जैन संत अभिग्रहधारी श्री राजेश मुनि जी महाराज के सानिध्य में मुख्य अतिथि इंदौर मेयर पुष्पमित्र भार्गव और विशिष्ट अतिथि समाजसेवी पारस कटारिया, डॉ अनिल भंडारी, टिकम चंद गर्ग, विष्णु बिंदल,मनीष यादव, मनोरमा माहेश्वरी, डॉ शरद दोषी,ललित जैन, आनंदी लाल लोढ़ा,वीरेंद्र कुमार, अजय जैन एवं संरक्षक महेश अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। यह शिविर न केवल शरीर का सहारा देता है, बल्कि आत्मा को भी संबल प्रदान करता है। दिव्यांगों को मदद के लिए आगे आने पर संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल और पूरी टीम का अभिनंदन करता हूँ। उन्होंने दिव्यांगों के हितार्थ नारायण सेवा संस्थान को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। जैन संत राजेश मुनि जी महाराज ने मंगल पाठ करते हुए दिव्यांगों के कल्याण की कामना की। प्रारम्भ में संस्थान निदेशक वंदना अग्रवाल ने मुख्य अतिथियों और मंचासीन अतिथियों का मेवाड़ की परंपरा अनुसार अभिनंदन किया। साथ ही अग्रवाल ने संस्थान की निःशुल्क सेवाएं ऑपरेशन,नारायण लिम्ब लगाना, 5000 लोगों को रोज भोजन करना,आर्थिक रूप से असमर्थ 600 मजदूरों के बच्चों के लिए निःशुल्क नारायण चिल्ड्रन एकेडमी स्कूल चलाना, सैकड़ो दिव्यांगों को स्वरोजगार के कंप्यूटर, मोबाइल, सिलाई, मेहंदी का प्रशिक्षण देना और उनका सामूहिक विवाह कर घर बसाने जैसे अनेक प्रकल्पों की जानकारी दी। उन्होंने आज के केम्प की जानकारी देते हुए कहा 400 से ज्यादा रोगी आये। बच्चे,वयस्क,वृद्ध और महिलाओं के सभी आयु वर्ग से दिव्यांग ने केम्प का लाभ उठाया। निदेशक वंदना अग्रवाल ने आगे की जानकारी बताते हुए कहा 300 से ज्यादा दिव्यांगों को शल्य चिकित्सा और नारायण लिम्ब हाथ पैर के लिए माप लिया गया। इन सभी का निःशुल्क ऑपरेशन होगा। कास्टिंग और मेजरमेंट के लिए चयनित दिव्यांगों को करीब 2 से 3 माह बाद नारायण लिम्ब पुनः इंदौर में शिविर कर पहनाए जाएंगे। संस्थान द्वारा निर्मित ये नारायण लिंब गुणवत्ता युक्त है और वजन में हल्के हैं। उपयोग में टिकाऊ रहेंगे। सभी रोगियों को संस्थान की ओर से निःशुल्क भोजन, चाय, अल्पाहार प्रदान किया गया। संस्थान की 40 सदस्य टीम ने सेवाएं दी। शिविर समारोह के अंत में आभार ट्रस्टी एवं निदेशक देवेंद्र चौबिसा ने प्रकट किया।

