नर्मदा काली सिंध फेस 2 मेगा कंपनी ने पाइप लाइन तो निकाल दी लेकिन किसानों के खेत बोने लायक नहीं बनाए
भारतीय किसान संघ ने कम्पनी के वाहन रोककर धरना दिया
हाटपीपल्या से संजय प्रेम जोशी की रिपोर्ट
हाटपिपल्या। लगातार एसडीएम तहसीलदार को ज्ञापन के माध्यम से गुहार लगाने के बाद भी मेघा कम्पनी के अधिकारियों की मनमानी के चलते किसान अपने खेत नहीं बो पा रहे वर्ष 2022/23 मे नर्मदा कालीसिंध परियोजना का पुनासा डेम से उदयनगर, बागली, हाटपिलिया, सोनकच्छ, तहसील से होकर राजगढ़ एवं शाजापुर जिले में नर्मदा काली सिंध फेस 2 का पानी पहुचना है
जिसका कार्य चल रहा है वर्ष 2022 में हाटपिपल्या तहसील के पालखा गांव के किसानों की जमीन में 140 फीट चौड़ी , खुदाई ,रोड, एवं मटेरियल डालने हेतु एवं 25 फीट गहरी जमीन की खुदाई की थी इसमें 19 फीट के चोडे पाइप डाले गए इसके बाद कंपनी ने कई किसानों को खेत सुधार दिए एवं कई किसानों के खेत में मुरम बोल्डर मिट्टी अभी भी पड़ी किसान 2 साल से अपनी खेती नहीं बो पा रहा जबकि कंपनी को किसानों को खेत मुरम बोल्डर हटाकर मिट्टी डालकर लेवल करना था एवं बोने लायक बनाना था लेकिन कंपनी आज तक नहीं कर पाए भारतीय किसान संघ के बैनर तले पालखा गांव में कंपनी के वाहन रोककर लगातार 3 दिन से धरना दे रहा है शुक्रवार को दोपहर में नायब तहसीलदार हर्षा वर्मा धरना स्थल पर पहुंची उन्होंने कहा कि चार दिन में हम खेतों का लेवल कर मटेरियल उठवा लेंगे और मुआवजा की बात आप उच्च अधिकारी से करना किसानों ने कहा कि आप लिखित में देते हो तुम हम धरना समाप्त कर सकते हैं लेकिन उन्होंने लिखित में देने से मना कर दिया इसलिए धरना समाप्त नहीं हो सका किसानों ने वही दाल बाटी बनाकर लगातार 3 दिन से धरने पर बैठे हैं किसानों का कहना है कि मई का अंतिम महीना चल रहा है इस बार भी अगर खेत नहीं सुधरे तो हम बोने से वंचित होंगे लेकिन शासन प्रशासन एवं कंपनी इस मामले में कोई ध्यान नहीं दे रही शाम को तहसीलदार संगीता गोलिया भी धरना स्थल पर पहुची उन्होंने कलेक्टर से बैठक करवाने की बात कही अभी धरना चालू है
धरना स्थल पर प्रचार प्रमुख गोवर्धन पाटीदार जिला अध्यक्ष हुकम पटेल राकेश जाट केदार मल पाटीदार, अनिल पाटीदार ओमप्रकाश पाटीदार, महेश पाटीदार यूवराज सिह कमल यादव, जितेंद्र पटेल, मुकेश यादव एवं सेकडो किसान उपस्थित थे जानकारी हाटपिपल्या तहसील अध्यक्ष रामनारायण यादव ने दी।

