18वीं लोकसभा के पहले सत्र से पहले पीएम मोदी ने किया संबोधित, कहा- जनता ने हमारी नीयत और नीति पर मुहर लगाई
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होने कहा कि जनता ने हमारी नीयत और नीति पर मुहर लगाई है। हम सभी को साथ लेना चाहते हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा', 'आज 18वीं लोकसभा शुरू हो रही है। दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही भव्य और शानदार तरीके से हुआ। यह चुनाव इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि आजादी के बाद दूसरी बार जनता देश की जनता ने लगातार तीसरी बार एक सरकार को सेवा करने का मौका दिया है।"
पीएम मोदी ने कहा, ''संसदीय लोकतंत्र में यह एक गौरवशाली दिन है। आजादी के बाद पहली बार हमारे अपने नए संसद भवन में शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है। ये पुराने संसद भवन में होता था। इस महत्वपूर्ण दिन पर, मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों का हार्दिक स्वागत करता हूं, उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।''
अठारहवीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। आज सत्र के दौरान नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद, 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा और 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को संसद के निचले सदन का अस्थाई अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) नियुक्त किए जाने के कारण सत्र के दौरान लोकसभा में शोरगुल होने के आसार हैं। इसके अलावा एग्जिट पोले और NEET और UGC-NET परीक्षा को लेकर भी हंगामा संभव है।
भर्तृहरि महताब को अस्थाई अध्यक्ष बनाए जाने की विपक्ष ने कड़ी आलोचना की है और आरोप लगाया है कि सरकार ने इस पद के लिए कांग्रेस सांसद के. सुरेश के दावे की अनदेखी की। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा है कि महताब लगातार सात बार के लोकसभा सदस्य हैं, जिससे वह इस पद के लिए उपयुक्त हैं। उन्होंने कहा कि सुरेश 1998 और 2004 में चुनाव हार गए थे, जिस कारण उनका मौजूदा कार्यकाल निचले सदन में लगातार चौथा कार्यकाल है। इससे पहले, वह 1989, 1991, 1996 और 1999 में लोकसभा के लिए चुने गए थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को राष्ट्रपति भवन में महताब को लोकसभा के अस्थाई अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाएंगी। इसके बाद महताब संसद भवन पहुंचेंगे और सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू करेंगे। कार्यवाही की शुरुआत में, कुछ क्षणों के लिए मौन रखा जाएगा। इसके बाद लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह निचले सदन के लिए निर्वाचित सदस्यों की सूची सदन के पटल पर रखेंगे। इसके बाद, महताब के अनुरोध पर लोकसभा के नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन की सदस्यता की शपथ लेंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ''कल 25 जून है। 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस धब्बे के 50 साल पूरे हो जाएंगे। भारत की नई पीढ़ी यह कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को, संविधान के हर हिस्से को पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था। लोकतंत्र के टुकड़े-टुकड़े कर दिये गये, देश को जेलखाने में बदल दिया गया, लोकतंत्र को पूरी तरह कुचल दिया गया। अपने संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतंत्र की, लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए, देशवासी संकल्प लेंगे कि कोई भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं करेगा। हम भारत में फिर से वही काम करेंगे जो 50 साल पहले किया गया था। हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे। हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार सामान्य लोगों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे।"
साभार लाइव हिन्दुस्तान