पीएम मोदी ने कहा- ईडी के सिर्फ 3% मामले राजनेताओं के खिलाफ, भ्रष्टाचार का असर पड़ता है पूरे देश के लोगों पर
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार का असर पूरे देश के लोगों पर पड़ता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करना ही उनकी प्राथमिकता है। विरोधियों पर ईडी की कार्रवाई के आरोपों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ईडी, के सिर्फ तीन फीसदी मामले राजनीति से जुड़े लोगों के खिलाफ चल रहे हैं। एक ताजा इंटरव्यू में पीएम मोदी ने विश्वास जाहिर करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी। अपनी सरकार की पिछले 10 वर्षों की उपलब्धियों में प्रधानमंत्री ने विकास, सामाजिक जनकल्याण और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में किए गए कामों को गिनाया। साथ ही जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और राम मंदिर के निर्माण की उपलब्धियों का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'पिछले 10 वर्षों में उनकी सरकार की प्राथमिकता भ्रष्टाचार को खत्म करना रहा है।' उन्होंने कहा कि 'भ्रष्ट लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर हो, यह देश के लोगों को प्रभावित करता है। ऐसे में जो लोग देश के लोगों की भलाई के लिए खर्च होने वाले पैसे को चुराते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।' प्रधानमंत्री ने कहा कि 'भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई नहीं रुकेगी।'
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान ऐसे समय सामने आया है, जब झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में बंद हैं। विपक्षी पार्टियां सरकार पर विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों को इस्तेमाल करने का आरोप लगा रही हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ईडी के सिर्फ तीन प्रतिशत मामले ही राजनीति से जुड़े हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, 'जिन राज्यों में भाजपा सत्ता में हैं, वहां भी कार्रवाई हो रही है। जो आरोप लग रहे हैं, वो सिर्फ वो लोग लगा रहे हैं, जिन्हें अपने खिलाफ जांच का डर है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि 'साल 2014 में हमारी सरकार बनते ही, हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी। हमने केंद्रीय भर्ती में ग्रुप सी और ग्रुप डी के साक्षात्कार खत्म किए। हमने देश में क्लीयरेंस के लिए सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया। हमने सरकारी सेवाओं को जहां तक हो सके पारदर्शी बनाने की कोशिश की है।'
प्रधानमंत्री मोदी ने डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी) यानी कि लोगों के बैंक खातों में सीधे पैसे भेजने के फायदे गिनाते हुए कहा कि 'सरकार को डीबीटी के जरिए 10 करोड़ से ज्यादा फर्जी लाभार्थियों को हटाने में मदद मिली है। सरकार ने इससे 2.75 लाख करोड़ रुपये बचाए हैं, जो गलत हाथों में जा रहे थे।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा 'साल 2014 से पहले ईडी ने पांच हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। वहीं बीते 10 वर्षों में ईडी द्वारा जब्त की गई रकम बढ़कर एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई है। 2014 से पहले ईडी ने 34 लाख रुपये नकद जब्त किए थे, जबकि हमारी सरकार में 2200 करोड़ से ज्यादा की नकदी जब्त की गई है। कल्पना कीजिए, अगर यह पैसा गरीब लोगों के कल्याण के लिए खर्च किया जाता तो इससे कितने लोगों को फायदा होता। युवाओं के लिए कितने अवसर बन सकते थे। कितने नई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शुरू हो सकते थे।'
साभार अमर उजाला