आत्मबोध की सनातन ध्यानयोग परंपरा का वाहक है सहजयोग
भारतीय दर्शन में आत्मबोध की परंपरा अत्यंत प्राचीन है, कच्चे मन को सच्चे मन में परिवर्तित करने की संपूर्ण विधि ध्यान कहलाती है इस संदर्भ में चित्त की भूमिका अत्यंत महत्व पूर्ण है चित्त पर नियंत्रण के बिना ध्यान को साधा नहीं जा सकता, और आत्मा के प्रकाशित हुए बिना ध्यान नहीं सधता, यही आत्मा को चेतित या जागृत करने की प्रक्रिया आत्म साक्षात्कार कहलाती है जो सहजयोग में बिना मूल्य सिखाई जाती है। सहजयोग योग का वास्तविक उद्देश्य है, आत्मसाक्षात्कार। जब आप शरीर, मन और बुद्धि पर विजय प्राप्त करते हैं, उन्हें उपचारित कर लेते हैं, तो आपके लिए आत्मा को पाना सुलभ हो जाता है। इस दिशा में सहज योग एक सरल क्रांतिकारी पद्धति है जिसका प्रादुर्भाव आदिशक्ति श्री माताजी निर्मला देवी के सौजन्य से हुआ है सहज योग को अभिनव अविष्कार कहा जा सकता है क्योंकि यह सामूहिकता में मानवता के उत्थान को करता है इससे पूर्व व्यक्ति अपना व्यक्तिगत उत्थान ही कर पाता था एक समूह में एक साथ अनेक लोगों का उत्थान संभव हुआ जब सहज योग में सामूहिक आत्मसाक्षात्कार की घटना घटित हुई। इसके साथ ही ध्यान का अभ्यास करने वाला व्यक्ति स्वयं अपनी अनुभूति से अन्य व्यक्ति को आत्मसाक्षात्कार दे सके यह भी संभव हुआ। इसका लाभ यह हुआ कि जिस तरह एक साथ बैठकर पूजा की जा सकती है उसी प्रकार एक साथ बैठकर ध्यान भी किया जा सकता है तो घर के सभी सदस्य एक साथ बैठकर अगर ध्यान करते हैं तो समस्त घर का मंगल होता है और नकारात्मकता हटकर पावन सकारात्मकता सभी परिवार के सदस्यों के भीतर एक साथ प्रवेश करती है।
उल्लेखनीय है कि,सहजयोग एक ध्यान की क्रिया है जिसे प.पू माताजी श्री निर्मला देवी द्वारा 5 मई 1970 से आरम्भ किया गया, जो की आज विश्व के 100 से अधिक देशों में प्रचलित है, सहजयोग से कुंडलिनी जागरण एवं आत्मसाक्षात्कार की अनुभूति की जा सकती है, व जैसे ही कुण्डलिनी का जागरण होता है वैसे ही मानव अपने अंदर परम शांति को अनुभव करता है, उसके विचार शून्य हो जाते है,एवं नियमित ध्यान करने से वह धीरे-धीरे अपने अंदर व्याप्त अनेक बीमारियों एवं विकारों से भी निजात पाता है। देश एवं विदेशों के अनेक वैज्ञानिकों ने सहजयोग ध्यान पर शोध किया है, एवं इस ध्यान के माध्यम से परम शान्ति व अनेक बीमारियों एवं विकारों से मुक्ति की पुष्टि की है, इसे हर आयु, धर्म एवं वर्ग के लोग महसूस कर सकते है।
अपने नज़दीकी सहजयोग ध्यान केंद्र की जानकारी टोल फ्री नंबर 18002700800 से प्राप्त कर सकते हैं या वेबसाइट www.sahajayoga.org.in पर देख सकते हैं। सहज योग पूर्णतया निशुल्क है।