बीज एवं पौधारोपण: प्रकृति से पुनः जुड़ाव की ग्रामिणों की प्रेरक पहल
हाटपीपल्या से संजय प्रेम जोशी की रिपोर्ट
बरझाई घाट में सोबल्यापूरा ग्राम पंचायत और पुंजापुरा प्रगति समिति व समाज प्रगति सहयोग संस्था ग्रामीणों की मदद से हरियाली और पर्यवारण सरंक्षण की एक नई कहानी लिख रहे है...
बरझाई घाट का पर्यावरण इस क्षेत्र के जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है । यह बरझाई घाट, नीचे बसे गांवों के तालाब, कुएं और बोरवेल के भूजल रिचार्ज के भी योगदान देता है। हमेशा ही पर्यटकों का प्रिय स्थान भी रहता है । लेकिन इस घाट में प्राचीन भेरू बाबा का मंदिर है जहां इंसानों द्वारा बन्दरों को खाना खिलाने का रिवाज बढ़ता जा रहा है । जिससे वे अब मानव पर निर्भर हो रहे है, खाना न मिलने पर वे आक्रमक होकर हमले भी करने लगे हैं। इसलिए ग्रामीण लोगों ने वन्य प्राणी की जंगल में खाने तलाशने की आदत बनाएं रखने के लिए विगत दो वर्षों से जंगल में फलदार पौधे और बीज रोपण का उत्सव कर रहे हैं।
यह इस उत्सव का तीसरा वर्ष था जिसमें सोबल्यापूरा और पांजरिया के लगभग 130 लोग जिसमें बच्चों ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया । उन्होंने भेरू बाबा मंदिर के ऊपर पहाड़ी में 101 फलदार पौधे और करीब 70 हजार अलग-अलग प्रकार के स्थानीय फलदार पौधे के बीज भी डालें है।
लोगों ने ढोलक की थाप और बांसुरी की धुन में मस्त मगन होकर यह कार्य एक उत्सव की तरह किया । जंगल बचाना, पौधे बचाना और दूसरे लोगों को पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करना उसका संकल्प भी लिया।
इस सम्पूर्ण बीज उत्सव कार्य्रकम की रूप रेखा समाज प्रगति सहयोग संस्था के मीडिया कार्यक्रम ने तैयार की है । इसमें ग्रामीणों के जुड़ाव के लिए विशेष योगदान पुंजापुरा प्रगति समिति कर रही है। साथ ही सोबल्यापूरा ग्राम पंचायत और वन विभाग मंडल भी अपना योगदान दे रहे हैं।
--
बोल बम कावड़ यात्रा का 19वां वर्ष उमड़ा जन सैलाब श्रद्धा, सेवा और संदेशों से भरा"
इंदौर तलवाली चांदा हर-हर महादेव" के जयघोष और शिवभक्ति के उत्साह के साथ रविवार को तलवाली चांदा स्थित प्राचीन शिव मंदिर से बोल बम कावड़ यात्रा का शुभारंभ हुआ। श्री कावड़ेश्वर सेवा समिति द्वारा आयोजित इस भव्य यात्रा का यह लगातार 19वां वर्ष है, जो श्रद्धा, सेवा और सामाजिक संदेशों का अद्भुत संगम बनकर उभरा।
धार्मिक आस्था और सामाजिक समर्पण की मिसाल
यात्रा का शुभारंभ महाकाल बाबा की महाआरती के साथ हुआ। इसमें महामंडलेश्वर नरसिंहदास जी महाराज, महामंडलेश्वर दादू महाराज, महंत रामेश्वरदास जी, यश गुरुजी (महाकाल मंदिर), गौरव भैरव, दिनेश महाराज, सीताराम जी, विश्वजीत शर्मा, राहुल यादव, पार्षद सुरेश कुरवाड़े, राकेश सोलंकी, चिंटू सिलावट (मंत्री पुत्र), ऋषिराज सिंह, महेश मंत्री और मीना ठाकुर सहित अनेक विशिष्टजनों का सत्कार किया गया।
नशा मुक्ति की शपथ और समाजसेवा का संदेश
यात्रा के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा सभी श्रद्धालुओं को "नशे से दूर रहने" की शपथ दिलाई गई। साथ ही समाज सेवा, धर्म और जनहित के क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कई सम्माननीय व्यक्तियों को सम्मानित भी किया गया।
सांस्कृतिक झांकियां और महिला शक्ति की भागीदारी
यात्रा के मार्ग में "नशा मुक्त समाज" और "ऑपरेशन सिंदूर" जैसे जन-जागरूकता से जुड़े विषयों पर आधारित सांस्कृतिक झांकियां विशेष आकर्षण रहीं। स्कीम नंबर 78 पर पहुँची यात्रा का स्वागत लगभग 500 महिलाओं द्वारा कलश यात्रा के माध्यम से किया गया, जिसने आयोजन को और भी दिव्यता प्रधान सेवा और भक्ति से भरा आयोजन रहा
पूरे यात्रा मार्ग में स्वागत मंच, जलपान व्यवस्था और भक्ति संगीत की बेहतरीन तैयारियाँ की गई थीं। संयोजक रितेश पाल ने बताया कि यात्रा का रात्रि विश्राम सांवेर में होगा, सोमवार सुबह उज्जैन के लिए रवाना होगी और मंगलवार को महाकाल मंदिर में नर्मदा जल से अभिषेक के साथ यात्रा का आयोजन किया
विशेष अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
यात्रा में शामिल रहे प्रमुख अतिथियों में बबलू यादव, पप्पू शर्मा, राजेश पांडे, पूर्व सरपंच चुन्नु गुरु (चंद्रशेखर पराशर), महेश मंत्री, पार्षद राकेश सोलंकी, पूर्व सरपंच दिलीप सिंह पंवार, सरपंच जितेंद्र सिंह डोडिया, रवि चौधरी, कैलाश चौहान, पूर्व सरपंच कैलाश बिरथरे, आशीष बिरथरे सहित कई गणमान्यजन उपस्थित रहे
आयोजन समिति का योगदान सराहनीय
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में श्री रितेश पाल (आयोजक), सुनील परमार (यात्रा प्रभारी), जीवन पटेल, संतोष पाल, आशीष बिरथरे, राहुल पाल, कैलाश चौहान, आकाश पाल सहित अनेक शिवभक्तों का विशेष योगदान रहा।,यह कावड़ यात्रा आस्था, सेवा और सामाजिक जागरूकता का अद्भुत संगम है, जो हर वर्ष की तरह इस बार भी समाज के लिए प्रेरणा बनकर सामने आये हैँ।