आरोपियों ने कबूला जुर्म, आर्मी अफसर की मित्र के साथ गैंगरेप की वारदात को दिया था अंजाम

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इंदौर। मध्य प्रदेश के महू में जाम गेट के पास आर्मी फायरिंग रेंज में सेना के अफसरों के साथ मारपीट, लूट और उनकी महिला मित्र से गैंगरेप के मामले में पुलिस ने सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के मास्टरमाइंड अनिल बारोर और रितेश भाभर हैं। इन्होंने ही आर्मी अफसर की महिला मित्र के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था। वारदत को अंजाम देने के लिए अनिल ने ही अपने अन्य साथियों को कॉल कर बुलाया था। इस वारदात में कुल छह आरोपी शामिल थे, तीन आरोपियों को कल शुक्रवार शाम जंगलों से गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य तीन आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे।  
पूरा मामला महू के जाम गेट के पास स्थित सेना की फायरिंग रेंज का हैं। जहां, 10 सितंबर मंगलवार की देर रात आर्मी के दो ट्रेनी अफसर अपनी दो महिला मित्रों के साथ रुके थे। ये सभी कार में तेज आवाज में गाने सुन रहे थे जो बदमाशों को सुनाई दी। इसके बाद छह बदमाशों ने इन्हें घेर लिया और कट्टे से आर्मी अफसरों को धमकाने लगे। मारपीट और लूटपाट के बाद बदमाशों ने एक अर्मी अफसर और महिला को छोड़ दिया और उनसे 10 लाख रुपये लाने के लिए कहा, जबकि दूसरे अफसर और उसकी महिला मित्र को बंधक बना लिया। इसके बाद बदमाश महिला को झाड़ियों में ले गए। करीब ढाई घंटे बाद वे उसे वापस लेकर आए। इस दौरान बंधक बनाए गए अफसर के साथ मारपीट भी की गई। इधर, रुपये लेने के लिए निकला आर्मी अफसर सीधे पुलिस के पास पहुंचा और मामले की जानकारी दी। पुलिस उसके साथ मौके पर पहुंची तो गाड़ी देखकर सभी बदमाश फरार हो गए। 
सेना के अफसरों की शिकायत पर पुलिस ने पर लूट, मारपीट, फिरौती व सामूहिक दुष्कर्म की आशंका में केस दर्ज किया है। सुबह पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और अन्य आरोपियों की तलाश के लिए 10 टीमें बनाई गईं। पुलिस ने पीड़ित महिला का मेडिकल टेस्ट कराया जिसमें शरीर पर चोटों के निशान मिले, लेकिन गैंगरेप की घटना को लेकर असमंजस बनी रही। पीड़िता की हालत ठीक नहीं होने के कारण उसके बयान भी नहीं हो पा रहे थे। 
पुलिस ने शुक्रवार शाम को रोहित पिता ज्ञान सिंह गिरवाल निवासी नंदगांव, संदीप पिता दिनेश सिंह वारिया निवासी चैनपुर और सचिन पिता राधेश्याम मकवाना को गिरफ्तार किया था। इससे पहले गुरुवार को अनिल पिता मदन बारोर, पवन पिता लाल बंसूनिया और रितेश पिता देवेश भाभर को गिरफ्तार किया गया था। आरोपी बरखेड़ा के आसपास के जंगलों में छिपे हुए थे। लूट के मास्टरमाइंड अनिल और रितेश ने कबूला है कि उन्होंने आर्मी अफसर की महिला मित्र के साथ दुष्कर्म किया है।
एसपी हितिका वासल ने बताया कि मामले के आरोपी बरखेड़ा के आसपास के जंगलों में छिपे हुए थे।  स्थानीय ग्रामीणों की मदद से जंगल के अंदरूनी इलाकों में जाने के लिए मदद ली। पुलिस ने आठ अलग-अलग टीमें ने मानपुर, बड़गोंदा, जाम दरवाजा, पीथमपुर के इलाकों में लगातार सर्चिंग करती रही। इनमें से छह टीमों ने मानपुर से लेकर जाम गेट के बीच जंगल में सर्चिंग बढ़ाई। इसके बाद आरोपियों को पकड़ लिया गया। सभी आरोपियें से पूछताछ जारी है। आशंका है कि आरोपी और भी वारदात कर चुके हैं। 
साभार अमर उजाला

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