भगवान बाहुबली का महाभिषेक संपन्न, पट्टाचार्य विशुद्ध सागरजी के सानिध्य में हुआ
ब्यूरो चीफ अनिल चौधरी
इंदौर। भगवान बाहुबली दिगंबर जैन तीर्थ गोम्मटगिरि में विराजित 24 तीर्थंकर तथा बाहुबली का महाभिषेक पट्टाचार्य विशुद्ध सागर महाराज, अनेक आचार्य, मुनिराज, आर्यिका, माताजी के सानिध्य में बाहुबली भगवान की जय जयकार के साथ संपन्न हुआ।
क्षेत्र के महामंत्री सौरभ पाटोदी, प्रचार संयोजक अरुण बाकलीवाल, ट्रस्टी पिंकेश टोंग्या ने बताया महोत्सव की शुरुआत सुबह 5 बजे हुई। आचार्य संघ की शोभायात्रा सुमतिधाम से गोम्मटगिरि पहुंची। इसके बाद आहार क्रिया संपन्न हुई। क्षेत्र के ट्रस्टी निर्मल सेठी, मुकेश टोंग्या ने बताया दोपहर में भरत-कुसुम मोदी, मनीष-सपना गोधा, सुभाष-शोभना समरिया, धर्मेंद्र प्रीति पाटनी का सम्मान किया गया। पट्टाचार्य विशुद्ध सागर महाराज ने इस अवसर पर कहा जिसके जीवन में स्वाध्याय नहीं है उसने जीवन में कुछ नहीं पाया। जीवन में समृद्धि भान होना चाहिए इससे अलौकिक लोक का आनंद होता है। सरकार द्वारा जाति जनगणना की जा रही है। देश में इस समय 5 करोड़ से अधिक जैन हैं। इस अवसर पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा इतने संतों के सात्रिध्य में इतना बड़ा आयोजन हुआ। उन्हें पितृ पर्वत भी जाना था, लेकिन बरसात के कारण नहीं जा पाए। पट्टाचार्य विशुद्ध सागर जी पूरे संघ के साथ रात्रि विश्राम गोम्मटगिरि पर ही करेंगे। प्रथम अभिषेक का सौभाग्य संजय अर्चना पाटोदी को मिला। इस अवसर पर राजेंद्र गंगवाल, पुनीत टोंग्या, विमल सेठी, नकुल पाटोदी, पारस पाटोदी, विनय बाकलीवाल, राजकुमार पाटोदी सहित हजारों धर्म प्रेमी उपस्थित थे।

