किसान महापंचायत में गूंजा किसानों का दर्द, सरकार की नीतियों पर उठे सवाल
समस्याओं की अनदेखी जारी रखी, तो राष्ट्रीय स्तर पर जन आंदोलन छेड़ा जाएगा
संजय प्रेम जोशी की रिपोर्ट
पूर्व मंत्री ब्रह्मलीन रामेश्वर पटेल के पुण्य स्मरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में किसान महापंचायत का आयोजन कर किसानों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया गया। श्री गीता रामेश्वरम ट्रस्ट के तत्वावधान में यह आयोजन बिचौली मर्दाना स्थित विद्यासागर स्कूल के समीप किया गया।
पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल और राधेश्याम पटेल के संयोजन में हुए इस आयोजन में मालवा अंचल के 51 अन्नदाताओं का सम्मान किया गया। मंच संचालन समाजसेवी मदन परमालिया ने किया, जबकि स्वागत भाषण संस्था अध्यक्ष विनोद सत्यनारायण पटेल ने दिया एवं आभार चेतन चौधरी ने माना ।
इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता रघु परमार, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सूरजीतसिंह चड्डा, जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव, पार्षद सीमा सोलंकी, उमराव सिंह मोर्य, राजेन्द्र मालवीय, शक्तिसिंह गोयल, मोती सिंह पटेल सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
किसान नेता हंसराज मंडलोई ने महापंचायत को संबोधित करते हुए किसानों की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि किसानों को उनकी ही जमीनों से बेदखल किया जा रहा है। आईडीए, एमपीआईडीसी नगर निगम, रेलवे, मेट्रो सहित विभिन्न विभागों द्वारा भूमि अधिग्रहण के नाम पर किसानों को गुमराह कर उनकी ज़मीन छीनी जा रही है।
उन्होंने कहा कि किसान आज अपनी जमीन का मालिक नहीं रहा, बल्कि सरकार पर आश्रित होता जा रहा है। भूमि अधिग्रहण, समर्थन मूल्य में वृद्धि, सिंचाई जल संकट, नकली बीज-खाद की बिक्री, बिजली संकट और नीलगाय से फसल को नुकसान जैसे मुद्दे अब गंभीर रूप ले चुके हैं।
महापंचायत में यह भी निर्णय लिया गया कि अगर सरकार ने किसानों की समस्याओं की अनदेखी जारी रखी, तो राष्ट्रीय स्तर पर जन आंदोलन छेड़ा जाएगा।
इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन, आउटर रिंग रोड, अहिल्या पथ, इकनॉमिक कॉरिडोर पीथमपुर, लॉजिस्टिक पार्क संघर्ष समिति के सदस्य भी कार्यक्रम में शामिल हुए और किसानों की जमीनों को बचाने के लिए समर्थन दिया।
महापंचायत में सरकार की योजनाओं के नाम पर किसानों पर थोपे जा रहे निर्णयों का तीखा विरोध करते हुए चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी गई।