दमोह में कागजों पर ही बन गई सड़क, ठेकेदार को भुगतान भी हो गया
दमोह। दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक के खखरियाकला गांव में ग्रामीण कीचड़ से भरी सड़क से आवागमन कर रहे हैं। वे लंबे समय से इस सड़क के निर्माण की मांग कर रहे थे, लेकिन अब उन्हें पता चला है कि यह सड़क तो कागजों में पहले ही बन चुकी है और इसका कुछ भुगतान भी हो चुका है। यह सुनकर ग्रामीण हैरान हैं और सवाल उठा रहे हैं कि तेंदूखेड़ा ब्लॉक में निर्माण कार्य कब और कहां होता है, इसकी कोई जानकारी नहीं मिलती। दरअसल, कुछ समय पहले उज्जैन के तराना से भी ऐसी ही खबर आई थी। 15 साल से जिस सड़क पर कोई काम नहीं हुआ, वह कागजों पर बन गई और भुगतान भी हो गया। मेंटेनेंस के नाम पर फिर खर्च करने की तैयारी हो रही थी।
मामला क्या है?
खखरियाकला गांव की सड़क 2012 में बनी थी, लेकिन अब यह पूरी तरह से दलदल में बदल चुकी है। ग्रामीणों और स्कूली बच्चों को इस कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है। हाल ही में हुई बारिश के बाद स्थिति और भी खराब हो गई है। एक कार भी कीचड़ में फंस गई थी, जिसे ग्रामीणों ने मिलकर निकाला। उन्होंने बताया कि 2012 के बाद से सड़क पर कोई मरम्मत कार्य नहीं हुआ है।
साभार अमर उजाला