सफेद मुसली की खेती के लिए मास्टर ट्रेनर्स को दिया गया प्रशिक्षण

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दीपक तोमर 
खरगोन। देवारण्य योजना के अंतर्गत आयुष विभाग द्वारा खरगोन जिले में एक जिला एक औषधि के लिए सफेद मूसली का चयन किया गया है। खरगोन जिले में सफेद मूसली की खेती को प्रोत्साहन देने के लिए आयुष विभाग द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में सफेद मूसली की खेती, संग्रहण, भण्डारण, प्रसंस्करण एवं विपणन के संबंध में जिला आयुष कार्यालय खरगोन के सभागार में मास्टर ट्रेनर्स को 20 एवं 21 मई को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। 
प्रभारी जिला आयुष अधिकारी डॉ. संतोष मौर्य ने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र खरगोन के वैज्ञानिक डॉ. एसके त्यागी द्वारा उद्यानिकी एवं वन विभाग के अधिकारियों को सफेद मूसली की खेती, भण्डारण, प्रसस्करण एवं विपणन के संबंधी में प्रशिक्षण दिया गया। इन मास्टर ट्रेनर्स द्वारा किसानों एवं इच्छुक लोगों को सफेद मूसली की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा और इसकी खेती कैसे की जाती है इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा। मास्टर ट्रेनर्स द्वारा मूसली उत्पादक किसानों को मूसली के भण्डारण, प्रसंस्करण एवं बाजार के संबंध में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।  उल्लेखनीय है कि सफेद मूसली का उपयोग आयुर्वेद में औषधि के रूप में किया जाता है। सफेद मूसली बाजार में महंगे दाम पर बिकती है। इसकी खेती से कम समय में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। इसी कारण से किसानों एवं इच्छुक लोगों को सफेद मूसली की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

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